Mount Abu Rajasthan: गुजरात के मेडिकल छात्र बोले – माउण्ट आबू पुलिस ने जबरन काटा चालान, सीएम और डीजीपी को टैग कर लगाई गुहार
राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल माउण्ट आबू में गुजरात से आए पर्यटकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वडनगर के मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों ने एक वीडियो जारी
माउण्ट आबू। राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थल माउण्ट आबू में गुजरात से आए पर्यटकों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वडनगर के मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस छात्रों ने एक वीडियो जारी कर दावा किया है कि माउण्ट आबू पुलिस ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए जबरन चालान काटा और भारी भरकम रकम वसूली।
छात्रों द्वारा जारी यह वीडियो सिरोही के पूर्व विधायक संयम लोढा ने अपनी एक्स (पूर्व ट्विटर) वॉल पर साझा करते हुए मुख्यमंत्री और डीजीपी राजीव कुमार को टैग किया है।
क्या है मामला
छात्रों ने बताया कि वे पांच लोग शनिवार को माउण्ट आबू घूमने आए थे। इस दौरान तीन छात्र झरने के पास फोटो खींचने के लिए सड़क किनारे नीचे उतर गए। तभी मौके पर मौजूद पुलिस ने सीटी बजाई और उन्हें पकड़कर थाने ले गई। आरोप है कि पुलिस ने उन्हें गीले कपड़ों में ही हवालात में डाल दिया और बाकी साथियों की बार-बार मिन्नतों के बावजूद कपड़े बदलने की अनुमति नहीं दी।
रात को काफी मशक्कत के बाद कपड़े दिलवाए गए। छात्रों का कहना है कि पुलिस ने उन्हें आईपीसी की धारा 151 में गिरफ्तार कर लिया और उनकी कार भी जब्त कर ली। अगली सुबह जमानत और गाड़ी छुड़ाने के लिए उन्हें करीब 40 हजार रुपये कैश देने पड़े। इसके बाद भी गाड़ी तुरंत नहीं छोड़ी गई, बल्कि कोर्ट से छुड़वाने को कहा गया। बाद में 1500 रुपये लेकर वाहन छोड़ा गया।
जबरन चालान का आरोप
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर चालान थमा दिया, जिसमें लाइसेंस, आरसी और पीयूसी न होने जैसी बातें लिखी थीं। जबकि छात्रों ने वीडियो में अपने पास सभी दस्तावेज दिखाए। उनका कहना है कि पुलिस ने बिना जांचे चालान काटा और यह उनकी पढ़ाई व करियर को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई है।
पर्यटकों से अपील
गुजरात और महाराष्ट्र के पर्यटकों से छात्रों ने अपील की है कि वे माउण्ट आबू आकर माउण्ट आबू पुलिस से "लुटने" के लिए मजबूर न हों। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं राजस्थान की पर्यटन छवि को खराब करती हैं और पर्यटकों को असुरक्षित महसूस कराती हैं।