’पोस्टर पॉलिटिक्स’: सीएम Gehlot के गृह जिले में Pilot से सवाल- संजीवनी घोटाले पर आप चुप क्यों हैं पायलट साब

जोधपुर की सड़कों पर जगह-जगह बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए गए हैं जिन पर भाजपा के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट का फोटो है। साथ में लिखा गया है कि- संजीवनी घोटाले पर चुप क्यों हो पायलट जी, जनता जवाब मांगती है....

जोधपुर | Poster War in Congress: गर्मी से तपते राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की मुश्किलें कम होने के बजाए और बढ़ती जा रही है। 

सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच चल रही वर्चस्व की जंग में अब नया मोड आ गया है। 

सीएम गहलोत पर लगातार हमलावर हो रहे सचिन पायलट के खिलाफ भी अब गहलोत समर्थकों की आवाज बुलंद हो गई है। 

जिसका नजारा मुख्यमंत्री गहलोत के गृह जिले जोधपुर की सड़कों पर दिखाई दे रहा है।

जी हां, गहलोत-पायलट को लेकर अब पोस्टर पॉलिटिक्स शुरू हो गई है।

 सूर्य नगरी जोधपुर की सड़कों पर जगह-जगह बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए गए हैं जिन पर भाजपा के मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट का फोटो है।

साथ में लिखा गया है कि- संजीवनी घोटाले पर चुप क्यों हो पायलट जी, जनता जवाब मांगती है....

क्या रिश्ता है शेखावत और पायलट में! 

जोधपुर में ये पोस्टर जिला कांग्रेस कमेटी के संगठन महामंत्री और पार्षद कुश गहलोत, कांग्रेस जिला प्रवक्ता भाकर राम विश्नोई और जिला कांग्रेस कमेटी सचिव ललित गहलोत की ओर से लगाए गए है।

इनका कहना है कि सचिन पायलट अपनी ही पार्टी के सीएम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है, लेकिन संजीवनी घोटाले को लेकर चुप क्यों हैं ?

पायलट ने अभी तक गजेंद्र सिंह शेखावत पर एक बार भी सवाल खड़े नहीं किए हैं।  

वहीं दूसरी ओर, सीएम गहलोत और कांग्रेस पर लगातार हमला कर रहे शेखावत अब सचिन पायलट की यात्रा की प्रशंसा कर रहे हैं।

आखिर ये रिश्ता क्या है ? पायलट साब ने संजीवनी घोटाले को लेकर अपनी जुबान बंद क्यों कर रखी है। 

अब समय आ गया है कि दूध का दूध और पानी का पानी हो।

शेखावत ने कहा था- 5 साल मेहनत कर 21 सीटों पर सिमटी कांग्रेस को सत्ता दिलाई

आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री शेखावत ने भी सचिन पायलट द्वारा निकाली गई ’जन संघर्ष यात्रा’ की जमकर तारीफ की थी। 

शेखावत ने कहा था कि पायलट ने 5 साल मेहनत कर मात्र 21 सीटों पर सिमटी कांग्रेस को फिर से सत्ता दिलाई।

उन्होंने ही हर गांव-कस्बे में जाकर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में जान फूंकी थी।