Rajasthan: राजस्थान में चाइना मेड हथियार और 15 करोड़ की हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार

राजस्थान (Rajasthan) में हनुमानगढ़ पुलिस (Hanumangarh Police) ने 15 करोड़ की हेरोइन (Heroin) और दो चाइना मेड पिस्टल (China Made Pistol) के साथ दो तस्करों (Traffickers) को पकड़ा है। इनका पाकिस्तान (Pakistan) और लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग से कनेक्शन होने का शक है।

राजस्थान में चाइना मेड हथियार, 15 करोड़ की हेरोइन

जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) में हनुमानगढ़ पुलिस (Hanumangarh Police) ने 15 करोड़ की हेरोइन (Heroin) और दो चाइना मेड पिस्टल (China Made Pistol) के साथ दो तस्करों (Traffickers) को पकड़ा है। इनका पाकिस्तान (Pakistan) और लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) गैंग से कनेक्शन होने का शक है।

राजस्थान की सीमा पर हथियारों और ड्रग्स की बढ़ती तस्करी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। हनुमानगढ़ पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 15 करोड़ रुपये की हेरोइन के साथ-साथ दो चाइना मेड पिस्तौल और कई कारतूस भी बरामद हुए हैं।

पुलिस को आशंका है कि इन तस्करों का सीधा संबंध पाकिस्तान से है। इसके अलावा, इन हथियारों का इस्तेमाल लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ जैसे बड़े गिरोहों के गुर्गे कई आपराधिक वारदातों में कर चुके हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब इन गिरफ्तारियों से बड़े इनपुट मिलने की उम्मीद कर रही हैं, जिससे इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।

चाइना मेड हथियारों का बढ़ता खतरा और गैंग कनेक्शन

पुलिस की जांच में सामने आया है कि बरामद चाइना मेड पिस्तौलें बेहद खतरनाक हैं। ऐसी ही ऑटोमैटिक पिस्तौलों का इस्तेमाल दो महीने पहले संगरिया में हुए एक कारोबारी के मर्डर में भी किया गया था। उस वारदात में भी चाइना और तुर्किए में बने हथियारों का उपयोग हुआ था। पुलिस को शक है कि ये नए पकड़े गए हथियार भी किसी बड़े आपराधिक गिरोह को सप्लाई किए जाने थे।

गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी लगातार विदेश में बैठे हैंडलर्स के संपर्क में थे। वे सिग्नल और जंगी जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे, जिनका उपयोग अक्सर लॉरेंस बिश्नोई जैसे बड़े गैंगस्टर करते हैं। साइबर सेल की फोरेंसिक जांच में इनके फोन से विदेशी नंबरों पर बार-बार किए गए कॉल और मैसेज की पुष्टि हुई है, जो इनके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की ओर इशारा करता है।

कौन हैं गिरफ्तार किए गए तस्कर?

पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक 23 वर्षीय नासिर पुत्र तैयब मेव है, जो राजस्थान के डीग जिले के जहांतली, सिक्करी का रहने वाला है। नासिर एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह का सदस्य है और उसके खिलाफ चोरी, लूट, डकैती, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट सहित दर्जनों मामले दर्ज हैं।

दूसरा आरोपी 43 वर्षीय भूपेन्द्र सिंह पुत्र अवतार सिंह ढिल्लों है, जो पंजाब के बठिंडा जिले के भगवानगढ़, संगत का निवासी है। भूपेन्द्र सिंह के खिलाफ भी पंजाब और राजस्थान में चोरी, नकबजनी और आर्म्स एक्ट के करीब आधा दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। दोनों ही आरोपी पहले से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।

हैदराबाद जेल में बुना गया तस्करी का जाल

पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि नासिर और भूपेन्द्र सिंह की दोस्ती हैदराबाद की जेल में हुई थी। नासिर चोरी के एक मामले में हैदराबाद जेल में बंद था। वह बेहद गरीब परिवार से आता है और पढ़ाई छोड़कर छोटी-मोटी चोरियों से अपराध की दुनिया में कदम रखा था। धीरे-धीरे वह लूट, डकैती और फिर गैंगवार में शामिल हो गया।

हैदराबाद जेल में ही उसकी मुलाकात पंजाब के भूपेंद्र सिंह ढिल्लों से हुई। भूपेंद्र पहले से ही पंजाब-हरियाणा बेल्ट में सक्रिय एक बड़ा तस्कर और हथियार सप्लायर था। दोनों की नशे की लत और आपराधिक प्रवृत्ति ने उन्हें तुरंत जोड़ दिया। जेल से बाहर आने के बाद, उन्होंने मिलकर राजस्थान-पंजाब सीमा पर तस्करी का एक नया और बड़ा नेटवर्क खड़ा करने की योजना बनाई।

पाकिस्तान से कनेक्शन और हथियारों की सप्लाई

पुलिस का कहना है कि बरामद हेरोइन पाकिस्तान-पंजाब सीमा से भेजी गई थी। इसकी डिलीवरी हरिके क्षेत्र के पास रात के समय की गई थी। इन्हीं संपर्कों के जरिए दोनों आरोपियों को चाइनीज़ मेड पिस्तौलें भी उपलब्ध कराई गईं। हालांकि, इन पिस्तौलों को साथ रखने का उनका मुख्य उद्देश्य क्या था, इसका खुलासा अभी तक नहीं हो पाया है। पुलिस इसे गैंगस्टर सिंडिकेट से जुड़े होने की एक मजबूत कड़ी मान रही है।

गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका से डिपोर्ट कर भारत लाए गए गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई ने भी पाकिस्तान से हथियार मंगवाने की बात कबूली थी। यह घटनाक्रम इस बात की पुष्टि करता है कि पाकिस्तान से भारत में हथियारों की तस्करी एक गंभीर समस्या बन चुकी है।

संगरिया हत्याकांड से जुड़े तार

गिरफ्तार आरोपियों से बरामद दोनों विदेशी पिस्तौलों की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। ये पिस्तौलें उसी मॉडल की हैं, जिनका उपयोग संगरिया में हुए वायदा कारोबारी विकास जैन की हत्या में किया गया था। दोनों हथियार चीन निर्मित हैं और इनका कैलिबर, मैगजीन क्षमता और फायरिंग पैटर्न उस वारदात में उपयोग हुई पिस्तौल से हूबहू मेल खाता है।

तीन महीने पहले हुई थी संगरिया में वारदात

12 सितंबर 2025 को संगरिया निवासी नरेश कुमार अरोड़ा ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी दुकान 'बालाजी इंटरप्राइजेज' पर उनके पार्टनर विकास जैन की अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह वारदात दिनदहाड़े हुई थी, जिससे इलाके में दहशत फैल गई थी।

इस मामले में पुलिस टीमों ने 15 सितंबर 2025 को हरियाणा के धर्मपुरा क्षेत्र से मुख्य शूटर जलंधर सिंह उर्फ अमृतपाल, हरदीप सिंह उर्फ दीप, मखिन्द्र सिंह उर्फ लवली और मनप्रीत सिंह उर्फ मनी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से दो विदेशी पिस्तौल, 17 जिंदा कारतूस और वारदात के बाद भागने में इस्तेमाल की गई स्कॉर्पियो कार जब्त की गई थी। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई की गैंग ने ली थी।

पुलिस की गिरफ्त में कैसे आए तस्कर?

पुलिस को गुरुवार को एक पुख्ता इनपुट मिला था कि दो तस्कर एक हैरियर कार में पंजाब से राजस्थान की ओर आ रहे हैं। आरोपियों को भी शायद पुलिस के पीछे होने का अंदेशा था, इसलिए वे लगातार रास्ता बदलते हुए आगे बढ़ रहे थे।

एएसपी अरविंद बिश्नोई और डीएसपी संगरिया रमेशचंद्र माचरा के सुपरविजन में संगरिया थाना प्रभारी अमर सिंह ने अपनी टीम के साथ नगराना रोही में टोल नाके के पास नाकाबंदी की। इसी दौरान संदिग्ध हैरियर एसयूवी नंबर HR 29 AV 8401 नाके की ओर आती दिखाई दी।

पुलिस को देखते ही आरोपियों ने गाड़ी की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस टीम ने एक वाहन आगे और एक पीछे लगाकर उन्हें घेर लिया। कुछ ही मिनटों में गाड़ी को रोककर दोनों आरोपियों को मौके पर ही पकड़ लिया गया। यह गाड़ी भूपेंद्र के नाम पर ही रजिस्टर्ड है, लेकिन पुलिस को शक है कि इसके कागजात नकली बनवाकर नाम करवाए गए थे।

हनुमानगढ़ एसपी हरिशंकर ने बताया कि दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे गहन पूछताछ जारी है। कई संदिग्धों की पहचान और वेरिफिकेशन किया जा रहा है। एसपी ने आश्वस्त किया कि इस पूरे नेटवर्क को जल्द ही तोड़ा जाएगा और पाकिस्तान कनेक्शन की भी गहराई से जांच की जा रही है।