राहुल-खरगे पर भाजपा का पलटवार: राजेंद्र राठौड़ बोले- भाषण के समय खाली कुर्सियां कांग्रेस के डिलीट होने की मुहर
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर देश को बांटने की निम्न स्तर की राजनीति के नाम पर जहर घोलने का काम किया है।
जयपुर | कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे जयपुर में आकर राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 का शंखनाद तो करके चले गए।
लेकिन अब उनके भाषण में दिए गए बयान सियासत को गरमा रहे हैं।
शुक्रवार को राजधानी जयपुर में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला।
अब उनके इस हमले पर राजस्थान भाजपा के नेता पलटवार करते दिखाई दे रहे हैं।
राठौड़ बोले- खाली कुर्सियां कांग्रेस के डिलीट होने की मुहर
वहीं, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर देश को बांटने की निम्न स्तर की राजनीति के नाम पर जहर घोलने का काम किया है।
महिला आरक्षण, जातिगत जनगणना और ओबीसी समुदाय को लेकर तथ्यहीन व भ्रामक बातें कही है, जबकि कांग्रेस ने देश में 50 साल से ज्यादा समय तक शासन किया तो फिर 1931 के बाद जातीय जनगणना क्यों नहीं करवाई ?
सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे के भाषण के समय खाली कुर्सियों का नजारा कांग्रेस सरकार के डिलीट होने पर मुहर लगा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी अपने भाषण में खरगे जी, मुख्यमंत्री जी, अशोक जी करने की जगह अगर प्रदेश में महिलाओं पर हुए अत्याचार पर चर्चा करते ज्यादा बेहतर होता।
राहुल का मानसिक स्तर जानते हैं सब
भाजपा प्रदेश कार्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राहुल गांधी के लिए मैं कुछ बोलूं ठीक नहीं लगता।
उन्होंने तो राहुल गांधी पर शब्द वार करते हुए यह तक कह दिया कि राहुल का मानसिक स्तर कैसा है, यह सब जानते हैं।
जो-जो लिख कर दिया जाता है वही बोलते हैं राहुल
जोशी ने कहा कि मुझे आश्चर्य होता है कि उनको जो-जो लिख कर दिया जाता है वही बोलते हैं, लेकिन अच्छा होता कि वह हनुमानगढ़ में जिस बहन के साथ में दुष्कर्म हुआ और उसने आत्महत्या कर ली और पीड़ित परिवार को न्याय के लिए थाने के बहार धरने पर बैठने पड़ा। अगर राहुल इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय के बारे में दो शब्द बोलते तो ज्यादा अच्छा रहता।