एशियन गेम्स 2023: : भारत ने उज्बेकिस्तान को 16-0 से हराया, स्वर्ण पदक और पेरिस ओलंपिक की सीधी बर्थ के लिए उठाया कदम

भारत के लिए ललित और वरुण ने पहले क्वार्टर में गोल किए, जिससे भारत को 2-0 की बढ़त मिल गई। इसके बाद अभिषेक और मनदीप ने गोल दागकर भारत की बढ़त को 4-0 कर दिया। दूसरे क्वार्टर में ललित ने एक और गोल किया और सुखजीत और मनदीप ने भी गोल दागकर भारत की बढ़त को 6-0 कर दिया।

indian hockey team vs Uzbekistan

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को एशियन गेम्स 2023 के अपने पहले मैच में उज्बेकिस्तान को 16-0 से हराकर धमाकेदार शुरुआत की। क्रैग फुल्टन की टीम ने इस मैच में पूरी तरह से दबदबा बनाया और उज्बेकिस्तान को कोई मौका नहीं दिया।

भारत के लिए ललित और वरुण ने पहले क्वार्टर में गोल किए, जिससे भारत को 2-0 की बढ़त मिल गई। इसके बाद अभिषेक और मनदीप ने गोल दागकर भारत की बढ़त को 4-0 कर दिया। दूसरे क्वार्टर में ललित ने एक और गोल किया और सुखजीत और मनदीप ने भी गोल दागकर भारत की बढ़त को 6-0 कर दिया।

हाफ-टाइम तक भारत ने 7-0 की बढ़त ले ली थी, मनदीप ने अपनी हैट्रिक पूरी की थी। तीसरे क्वार्टर में वरुण ने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में तब्दील कर भारत की बढ़त को 8-0 कर दिया। इसके बाद सुखजीत और रोहितदा ने गोल करके भारत की बढ़त को 10-0 कर दिया। सुखजीत ने तीसरे क्वार्टर में अपना दूसरा गोल किया और शमशेर ने भी अपना पहला गोल किया, जिससे तीसरे क्वार्टर के अंत तक भारत को 12-0 की बढ़त मिल गई थी।

चौथे क्वार्टर में वरुण ने अपने तीसरे और चौथे गोल किए, जिससे भारत की बढ़त 14-0 हो गई। ललित ने भी अपना चौथा गोल किया, जिससे भारत की बढ़त 15-0 हो गई। अंत में संजय ने भी अपना पहला गोल किया, जिससे भारत ने उज्बेकिस्तान को 16-0 से हरा दिया।

भारतीय टीम को इस मैच में हरमनप्रीत सिंह की कमी खलने के बावजूद भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। भारत इस जीत के साथ एशियन गेम्स 2023 में अपने अभियान की बेहतरीन शुरुआत की है। भारत को अब पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए सीधी बर्थ के लिए स्वर्ण पदक जीतना होगा।

यदि भारत स्वर्ण पदक जीतता है, तो उन्हें क्वालीफाइंग टूर्नामेंट से नहीं गुजरना होगा। भारत वर्तमान में पूल ए में है, जिसमें जापान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, सिंगापुर और उज्बेकिस्तान भी शामिल हैं। क्रैग फुल्टन की टीम अपने चौथे एशियाड स्वर्ण पदक को भी हासिल करना चाहेगी, भारत ने इससे पहले 1966, 1988 और 2014 में यह खिताब जीता था।