राजस्थान में ओलंपिक : सीएम गहलोत ने की रंगारंग शुरूआत, 18 सितंबर तक चलेगा खेलों का रोमांच
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को ओलिंपिक खेलों की रंगारंग शुरूआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान कैबिनेट के नेता मौजूद रहे।
जयपुर | Rajiv Gandhi Rural and Urban Olympic Games 2023: राजस्थान में भी ओलिंपिक खेलों (Rajasthan Olympic Games 2023) का आगाज हो गया है। जी हां, राजस्थान में पहली बार शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक की शुरुआत हुई।
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शनिवार को ओलिंपिक खेलों की रंगारंग शुरूआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान कैबिनेट के नेता मौजूद रहे।
राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में प्रदेश स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया।
सीएम अशोक गहलोत ने वर्चुअल तरीके से प्रदेश की 11 हजार 252 पंचायतों और 535 नगर निकाय में ओलिंपिक की शुरुआत की।
18 सितम्बर तक होगा आयोजन
राजस्थान में आज 5 अगस्त से शुरू हुए ओलंपिक खेलों का आयोजन 18 सितम्बर तक चलेगा।
इन ग्रामीण और शहरी ओलिंपिक खेलों में 7-7 खेल प्रतियोगिता आयोजित होगी।
ग्रामीण ओलिंपिक में होंगी ये प्रतियोगिताएं
- कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग),
- शूटिंग बॉल (बालक वर्ग),
- टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग),
- खो-खो (बालिका वर्ग),
- वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग),
- फुटबॉल (बालक-बालिका वर्ग)
- रस्साकशी (बालिका वर्ग)।
शहरी ओलिंपिक में होंगी ये प्रतियोगिताएं
- वॉलीबॉल (बालक-बालिका वर्ग),
- एथलेटिक्स (100 मी. 200 मी. एवं 400 मी.),
- कबड्डी (बालक-बालिका वर्ग),
- टेनिस बॉल क्रिकेट (बालक-बालिका वर्ग),
- खो-खो (बालिका वर्ग),
- फुटबॉल (बालक वर्ग),
- बास्केटबॉल (बालक-बालिका वर्ग)।
राज्य सरकार द्वारा आयोजित किए जा रहे इस ओलंपिक आयोजन का खास मकसद प्रदेशवासियों को फिट रखना है। राजस्थान के हर गली-मोहल्ले, गांव-कस्बे और शहर में ऐसी प्रतियोगिता कराने से लोगों को फिट रखने के साथ ही खेलों के प्रति लोगों की रूचि बढ़ाना भी मेन मकसद है।
इसी के साथ इन प्रतियोगिताओं में लोगों में खेल की प्रतिभा को देखते हुए नेशनल और इंटरनेशनल खिलाड़ियों को भी खोज हो सकेगी। जो राजस्थान का नाम रोशन करने में मददगार होंगे।
युवा मामले एवं खेल विभाग के शासन सचिव नरेश ठकराल ने जानकारी देते हुए बताया कि इन खेल प्रतियोगिताओं के लिए लोगों ने रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन करवाया है।
अब तक ग्रामीण एवं शहरी ओलंपिक खेलों के लिए 58 लाख 51 हजार खिलाड़ियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। इनमें 24 लाख 46 हजार महिलाएं हैं।
इनमें ग्रामीण खेलों के लिए 46 लाख 12 हजार जबकि शहरी खेलों के लिए 12 लाख 38 हजार खिलाड़ियों का रजिस्ट्रेशन हुआ है।
इस तरह से चलेगा प्रतियोगिताओं का क्रम
ग्रामीण क्षेत्र में
- ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 5 अगस्त से शुरू हो कर 10 अगस्त तक चलेगी।
- ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं 17 से 22 अगस्त तक चलेगी।
- जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 1 से 6 सितम्बर तक चलेगी।
- राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 15 से 18 सितम्बर तक होगी।
शहरी क्षेत्र में
- शहरी क्षेत्र में भी प्रारंभिक प्रतियोगिताएं 5 से 10 अगस्त के बीच होगी।
- जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं 1 से 6 सितम्बर तक।
- राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं 15 से 18 सितम्बर तक।
130 करोड़ रुपए रखा गया है ओलिंपिक के लिए बजट
राज्य सरकार के ओर से इन ओलंपिक खेलों के लिए बजट में 90 करोड़ की बढ़ोतरी की है।
पिछले साल सरकार ने 40 करोड़ रुपए खर्च कर ग्रामीण ओलिंपिक का आयोजन करवाया था, लेकिन इस बार शहरी और ग्रामीण ओलिंपिक के लिए कुल 130 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
जीतने पर टीमों और खिलाड़ियों को मिलेगी ये सौगात
सीएम अशोक गहलोत ने शहरी और ग्रामीण खेलों में स्टेट लेवल पर जीतने वाली टीम के खिलाड़ियों को सौगात देने का भी फेंसला किया है।
इसके लिए गांवों में मनरेगा से 50 लाख रुपए तक की लागत के स्टेडियम बनाने का फैसला किया है।
इसी के साथ इन खेलों में मेडल जीतने प्रतिभागी के लिए सरकारी कॉलेजों में एडमिशन में प्रायोरिटी देने के प्रावधान पर भी विचार चल रहा है।
- जो खिलाड़ी राज्य स्तर पर चैंपियन बनेंगे, उन्हें होम गार्ड भर्ती में प्राथमिकता मिलेगी।
- जिला स्तर पर जीतने वाले खिलाड़ियों को ट्रैक सूट और तहसील स्तर पर विजेता खिलाड़ियों को मेडल, सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।