आरपीएससी 2026 भर्ती कैलेंडर: राजस्थान में 2026 की 16 भर्तियों का कैलेंडर जारी: 5 तारीखें रिजर्व और 2 एग्जाम कंप्यूटर बेस्ड होंगे
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने साल 2026 की 16 भर्ती परीक्षाओं का कैलेंडर जारी कर दिया है जिसमें कंप्यूटर आधारित परीक्षाएं भी शामिल हैं.
अजमेर | राजस्थान लोक सेवा आयोग ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है. आयोग ने साल 2026 में होने वाली 16 प्रमुख भर्ती परीक्षाओं का प्रस्तावित कैलेंडर जारी कर दिया है. अजमेर मुख्यालय पर आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान आयोग के अध्यक्ष उत्कल रंजन साहू ने इस नए शेड्यूल की जानकारी साझा की. इस कैलेंडर के आने से अब अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी के लिए पर्याप्त समय और सही दिशा मिल सकेगी.
परीक्षाओं की शुरुआत और महत्वपूर्ण तिथियां
आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2026 की परीक्षाओं का सिलसिला 11 जनवरी से शुरू होगा. साल की पहली परीक्षा डिप्टी कमांडेंट भर्ती 2025 के लिए आयोजित की जाएगी. वर्तमान कार्यक्रम के अनुसार जनवरी से लेकर नवंबर महीने तक कुल 16 परीक्षाओं की तारीखें तय कर दी गई हैं. इसके अलावा आयोग ने भविष्य की अन्य जरूरतों को देखते हुए अप्रैल से दिसंबर के बीच 5 तारीखों को रिजर्व रखा है ताकि किसी भी नई भर्ती को वहां एडजस्ट किया जा सके.
कंप्यूटर आधारित परीक्षाओं पर जोर
आरपीएससी अब अपनी चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और आधुनिकता लाने के लिए तकनीक का सहारा ले रहा है. इसी दिशा में साल 2026 की दो महत्वपूर्ण परीक्षाएं कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट यानी सीबीटी के माध्यम से आयोजित की जाएंगी. इसमें आयुर्वेद विभाग की लेक्चरर परीक्षा जो 12 जनवरी 2026 को होगी और ऊर्जा विभाग की सहायक विद्युत निरीक्षक परीक्षा जो 1 फरवरी 2026 को प्रस्तावित है शामिल हैं. आयोग पहले भी कई परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में सफलतापूर्वक करा चुका है.
अभ्यर्थियों के लिए बेहतर प्लानिंग का मौका
कैलेंडर को समय से पहले जारी करने का मुख्य उद्देश्य छात्रों को मानसिक रूप से तैयार करना है. जब अभ्यर्थियों के पास पहले से परीक्षा की तिथि होती है तो वे अपनी पढ़ाई का बेहतर टाइम टेबल बना सकते हैं. आयोग का लक्ष्य है कि साल 2025 की तरह ही 2026 के कैलेंडर का भी शत प्रतिशत पालन किया जाए. इससे भर्ती प्रक्रिया में देरी नहीं होगी और युवाओं को समय पर सरकारी नौकरी मिलने की संभावना बढ़ेगी.
पारदर्शिता और समयबद्धता की प्राथमिकता
प्रेस वार्ता के दौरान सचिव रामनिवास मेहता और मुख्य परीक्षा नियंत्रक आशुतोष गुप्ता भी मौजूद रहे. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि आयोग अब विज्ञापनों के साथ ही परीक्षा की संभावित तिथियां घोषित करने की नीति पर काम कर रहा है. इससे न केवल प्रशासनिक कार्यों में सुगमता आती है बल्कि युवाओं का भरोसा भी सिस्टम पर बना रहता है. राजस्थान के लाखों बेरोजगारों के लिए यह कैलेंडर एक नई उम्मीद लेकर आया है जिससे वे अपने भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं.