चांदी ₹2.32 लाख और सोना ₹1.38 लाख के पार: चांदी ₹2.32 लाख के पार, एक दिन में ₹13,117 की भारी बढ़त; सोना भी ₹1.38 लाख के ऑलटाइम हाई पर

सोने-चांदी [Gold-Silver] की कीमतों में आज भारी उछाल आया है। चांदी [Silver] ₹2.32 लाख प्रति किलो के स्तर को पार कर गई है, जबकि सोना [Gold] ₹1.38 लाख के ऑलटाइम हाई [All-time high] पर पहुँच गया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन [IBJA] के अनुसार, वैश्विक कारकों [Global factors] और औद्योगिक मांग [Industrial demand] के कारण कीमतों में यह तेजी देखी जा रही है।

Jaipur | भारतीय सर्राफा बाजार में आज सोने और चांदी की कीमतों ने सारे पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, चांदी की कीमतों में एक ही दिन में 13,117 रुपये की ऐतिहासिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही चांदी अब 2,32,100 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गई है। सोने की कीमतों में भी जोरदार तेजी देखी जा रही है और यह 1,37,914 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए शिखर पर पहुंच गया है। बाजार में आई इस अप्रत्याशित तेजी से निवेशक और आम ग्राहक दोनों ही हैरान हैं।

लगातार चौथे दिन ऑलटाइम हाई पर कीमतें

पिछले चार दिनों से कीमती धातुओं के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। चांदी में आई यह तेजी निवेशकों के लिए किसी जैकपॉट से कम नहीं है, क्योंकि महज दस दिनों के भीतर चांदी 36,920 रुपये महंगी हो चुकी है। 12 दिसंबर को चांदी का भाव 1,95,180 रुपये था, जो अब सवा दो लाख के आंकड़े को पार कर गया है। इस साल चांदी ने अब तक 150% से ज्यादा का रिटर्न देकर शेयर बाजार के कई बड़े इंडेक्स को भी पीछे छोड़ दिया है। सोने की चमक भी फीकी नहीं पड़ी है और यह भी अपने उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहा है।

सोने और चांदी की कीमतों में सालभर का उछाल

साल 2024 निवेशकों के लिए बेहद मुनाफावसूली वाला रहा है। इस साल अब तक सोने की कीमत में 61,752 रुपये की बढ़ोतरी हुई है। 31 दिसंबर 2024 को 24 कैरेट सोना 76,162 रुपये पर था, जो अब 1.37 लाख के पार है। वहीं, चांदी की बात करें तो इसमें 1,46,083 रुपये का भारी इजाफा हुआ है। पिछले साल के अंत में चांदी 86,017 रुपये प्रति किलो थी, जो अब 2.32 लाख रुपये के ऐतिहासिक स्तर पर है। यह उछाल मध्यम अवधि के निवेशकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

सोने के दाम बढ़ने के तीन मुख्य कारण

बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में तेजी के पीछे तीन प्रमुख अंतरराष्ट्रीय कारण हैं। पहला, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे सोने की होल्डिंग कॉस्ट कम हो गई है। दूसरा, रूस-यूक्रेन युद्ध और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में जारी तनाव के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश के रूप में सोने को प्राथमिकता दे रहे हैं। तीसरा, चीन और अन्य देशों के केंद्रीय बैंक भारी मात्रा में सोने का रिजर्व बढ़ा रहे हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर मांग में आपूर्ति के मुकाबले काफी वृद्धि हुई है।

चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी की वजह

चांदी में आई अभूतपूर्व तेजी का सबसे बड़ा कारण इसकी बढ़ती औद्योगिक मांग है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेक्टर में चांदी का उपयोग अब अनिवार्य हो गया है। इसके अलावा, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की संभावित टैरिफ नीतियों के डर से अमेरिकी कंपनियां भारी मात्रा में चांदी का स्टॉक जमा कर रही हैं। वैश्विक स्तर पर सप्लाई में कमी और विनिर्माण क्षेत्र से आ रही भारी मांग ने कीमतों को आसमान पर पहुंचा दिया है। आने वाले समय में भी यह मांग कम होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

भविष्य का अनुमान: क्या और बढ़ेंगे दाम?

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया का मानना है कि चांदी की मांग में फिलहाल कोई कमी नहीं आने वाली है। उनके अनुसार, जिस तरह से इंडस्ट्रियल सेक्टर चांदी का स्टॉक कर रहा है, उसे देखते हुए इस साल के अंत तक चांदी 2.50 लाख रुपये प्रति किलो के स्तर को छू सकती है। वहीं, सोने की बात करें तो इसकी मांग भी स्थिर बनी हुई है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि साल के अंत तक सोना 1.40 लाख रुपये और अगले साल के मध्य तक 1.50 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है।

खरीददारों के लिए महत्वपूर्ण सलाह

कीमतों में भारी उछाल के बीच ग्राहकों को खरीदारी करते समय विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। हमेशा भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सोना ही खरीदें। हॉलमार्क से सोने की शुद्धता की आधिकारिक गारंटी मिलती है और भविष्य में इसे बेचने पर सही कीमत मिलती है। इसके अलावा, खरीदारी के दिन की कीमतों को IBJA जैसी आधिकारिक वेबसाइटों से क्रॉस-चेक जरूर करें। 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने के दाम अलग-अलग होते हैं, इसलिए बिल लेते समय इसकी शुद्धता की जांच अवश्य करें।

असली चांदी की पहचान कैसे करें?

बाजार में मिलावटी चांदी से बचने के लिए कुछ आसान घरेलू तरीके अपनाए जा सकते हैं। सबसे पहले चुंबक टेस्ट करें; असली चांदी चुंबक से नहीं चिपकती है। दूसरा, बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें, अगर वह बहुत तेजी से पिघलता है तो चांदी असली है क्योंकि चांदी ऊष्मा की अच्छी सुचालक होती है। तीसरा, चांदी को सफेद कपड़े से रगड़ने पर अगर उस पर काला निशान आता है, तो वह उसकी शुद्धता की निशानी है। इसके साथ ही असली चांदी में कॉपर जैसी कोई गंध नहीं होती है।