Rajasthan: वसुंधरा राजे के बालोतरा दौरे पर कार्यकर्ताओं की शिकायत: 'हमें नहीं बताया गया'

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Former Chief Minister Vasundhara Raje) के बालोतरा (Balotra) दौरे पर कल्याणपुर (Kalyanpur) में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि उन्हें आने की सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा, 'हम 1996 से जुड़े हैं।' राजे ने इसकी जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष (District President) व मंडल अध्यक्ष (Mandal President) पर डाली।

राजे दौरे पर, कार्यकर्ता बोले- सूचना नहीं मिली

बाड़मेर: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Former Chief Minister Vasundhara Raje) के बालोतरा (Balotra) दौरे पर कल्याणपुर (Kalyanpur) में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शिकायत की कि उन्हें आने की सूचना नहीं मिली। उन्होंने कहा, 'हम 1996 से जुड़े हैं।' राजे ने इसकी जिम्मेदारी जिलाध्यक्ष (District President) व मंडल अध्यक्ष (Mandal President) पर डाली।

गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे एक दिवसीय बालोतरा दौरे पर पहुंचीं। इस दौरान कल्याणपुर में कार्यकर्ता वसुंधरा राजे से शिकायत करते नजर आए।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें उनके आगमन की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। कार्यकर्ताओं ने बताया कि वे अपनी मर्जी से यहां आए हैं और 1996 से पूर्व प्रधान उम्मेदसिंह अराबा के साथ भाजपा कार्यकर्ता के रूप में पार्टी से जुड़े हुए हैं।

इस पर वसुंधरा राजे ने पचपदरा विधायक की ओर इशारा करते हुए पूछा कि क्या उन्होंने इन कार्यकर्ताओं को जानकारी नहीं दी थी, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि सूचना के अभाव को लेकर नाराजगी थी।

कार्यकर्ताओं की नाराजगी और वसुंधरा राजे का स्पष्टीकरण

विधायक ने जवाब दिया कि उन्होंने सभी संबंधित व्यक्तियों को सूचित किया था, जिसमें प्रधान और दौलाराम जैसे प्रमुख लोग शामिल थे।

उन्होंने आगे बताया कि सूचना मंडल अध्यक्ष और प्रधान द्वारा आगे प्रसारित की जानी थी। इसी बीच, कार्यकर्ता जगदीश दर्जी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि "वोट आते हैं तब कार्यकर्ताओं की जरूरत पड़ती है।" यह टिप्पणी पार्टी में कार्यकर्ताओं के महत्व और उनकी अनदेखी पर एक सीधा प्रहार थी।

इस पर वसुंधरा राजे ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा, "देखिए भैया, हम लोग कहीं पर जाते हैं तो हमारी जानकारी जिलाध्यक्ष को जाती है। जिलाध्यक्ष के साथ मंडल अध्यक्ष को सूचना जाती है। अब यह उनकी जिम्मेदारी है। हम लोग सबको तो सूचना दे नहीं सकते हैं।" हालांकि, कार्यकर्ता ने अपनी शिकायत दोहराते हुए कहा कि उन्हें न तो जिलाध्यक्ष और न ही मंडल अध्यक्ष द्वारा कोई सूचना दी गई।

उन्होंने जोर देकर कहा कि वे 1996 से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं। इस पर राजे ने विधायक की तरफ इशारा करते हुए कहा, "आप सब क्यों गुस्सा होते हो।" यह घटना पार्टी के भीतर निचले स्तर पर संवाद की कमी और कार्यकर्ताओं की अपेक्षाओं को उजागर करती है।

संत श्री राजेश्वर भगवान मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में शिरकत

दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बालोतरा में नवनिर्मित संत श्री राजेश्वर भगवान मंदिर में आयोजित तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में शिरकत करने के लिए पहुंची थीं। यह महोत्सव क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सामाजिक आयोजन था। दोपहर करीब 1 बजे जब वे कल्याणपुर पहुंचीं, तो पचपदरा विधायक अरुण चौधरी और सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

इस अवसर पर उन्होंने स्व. उम्मेदसिंह आराबा की प्रथम पुण्यतिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर के बैनर का विमोचन भी किया और वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं से संक्षिप्त बातचीत कर उनका हालचाल जाना।

भव्य वरघोड़ा और राजे की जनभागीदारी

महोत्सव के पहले दिन एक विशाल जल यात्रा और भव्य वरघोड़ा निकाला गया, जिसमें चौधरी कलबी समाज के हजारों लोग उत्साहपूर्वक शामिल हुए। यह शोभायात्रा धार्मिक श्रद्धा और सामुदायिक एकता का अद्भुत प्रदर्शन थी। शोभायात्रा में बैंड-बाजा, ढोल-थाली, हाथी, घोड़े और ऊंट आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे, जिन्होंने पूरे मार्ग में एक उत्सव का माहौल बना दिया। देव प्रतिमाओं का नगर भ्रमण कराया गया, जिससे श्रद्धालुओं को उनके दर्शन का सौभाग्य मिला, जबकि लाभार्थी परिवार सजे-धजे रथों पर सवार होकर अपनी खुशी व्यक्त कर रहे थे। इस भव्य वरघोड़े में कुल 65 रथ शामिल थे, जो इसकी विशालता और भव्यता को दर्शाते थे।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी एक रथ पर सवार होकर इस नगर भ्रमण में शामिल हुईं। उन्होंने मार्ग में खड़े समाजजनों और शहरवासियों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया, जिससे लोगों में उनके प्रति सम्मान और जुड़ाव महसूस हुआ। कई स्थानों पर समाजसेवी संस्थाओं और स्थानीय लोगों ने फूल वर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया, जो उनकी लोकप्रियता और क्षेत्र में उनके प्रभाव को दर्शाता है। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में बुजुर्गों की उपस्थिति भी देखने को मिली, जो इस धार्मिक आयोजन के प्रति उनकी गहरी आस्था और समर्पण को प्रदर्शित करती है।

वसुंधरा राजे का समाज को एकजुट रहने का संदेश

सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि बालोतरा में संत श्री राजेश्वर भगवान का इतना भव्य मंदिर बनना न केवल चौधरी कलबी समाज बल्कि पूरे राजस्थान और समाज के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने इस अवसर पर समाज को एकजुट रहने का महत्वपूर्ण संदेश दिया। राजे ने जोर देकर कहा कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक आयोजन समाज की शक्ति को बढ़ाते हैं, लोगों को एक सूत्र में बांधते हैं और सामुदायिक सद्भाव को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर भी बल दिया।

कार्यकर्ता जगदीश दर्जी का पार्टी से पुराना जुड़ाव

कार्यकर्ता जगदीश दर्जी ने बताया कि वे 1996 से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं। उन्होंने 2022 से 2024 तक कल्याणपुर मंडल के ओबीसी महामंत्री पद पर भी सक्रिय रूप से कार्य किया है। यह जानकारी इस बात को पुष्ट करती है कि वे पार्टी के पुराने, अनुभवी और समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिनकी शिकायत को पार्टी संगठन के लिए एक महत्वपूर्ण फीडबैक के रूप में देखा जाना चाहिए। यह घटना पार्टी संगठन में निचले स्तर पर सूचना प्रवाह और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद की चुनौतियों को एक बार फिर सामने लाती है, जिस पर ध्यान देना आवश्यक है।