विदाई से पहले तबाही: राजस्थान में भारी बारिश का कहर, 5 लोगों की मौत, कई जिलों में स्कूलों में अवकाश घोषित, यहां अतिभारी बारिश का अलर्ट

राजस्थान में  बांधों के गेट खुलने से नदी-नालों में उफान है जिससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। बांसवाड़ा जिले में रविवार को बारिश के कारण अलग-अलग हादसों में 5 की मौत हो गई। 

Rain

जयपुर | विदाई से पहले मानसून एक बार फिर से राजस्थान पर मेहरबान हो गया है। 

राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के लगभग सभी जिलों में पिछले चार-पांच दिन से बारिश का दौर बना हुआ है। 

कई जिलों में तो हालात ऐसे है कि भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टियां तक घोषित कर दी गई है। कई बांध लबालब होकर छलक रहे हैं। 

बांधों के गेट खुलने से नदी-नालों में उफान है जिससे कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है।

बांसवाड़ा जिले में रविवार को बारिश के कारण अलग-अलग हादसों में 5 की मौत हो गई। 

यहां स्कूलों में अवकाश घोषित

प्रदेश के प्रतापगढ़, जालोर और सांचौर में बारिष को देखते हुए सोमवार को स्कूलों में छुट्‌टी घोषित की गई है। 

राजधानी जयपुर में भी रविवार से ही हल्की फुंहारों ने माहौल को खुशनुमा बना रखा है। जिससे तापमान में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। 

जयपुर के जलमहल पर रविवार को आयोजित होने वाला सूर्य किरण का एयर शो नहीं रद्द कर दिया गया। जिससे लोगों में मायूसी छा गई। 

दो-तीन दिन पहले तक जो मौसम उमस भरा था उसमें अब ठंडक घुल गई है। 

अतिभारी बारिश का अलर्ट जारी

मौसम विभाग ने आज प्रदेश में 7 जिलों में अतिभारी बारिश का अलर्ट जारी करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की एडवाइजरी जारी की है।

यहां बारिश से भारी नुकसान

प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है। बारिश से कई बांध ओवरफ्लो हो गए और उनके गेट खोलने पड़े। 

बांसवाड़ा में 5 लोगों की मौत हो गई। साथ ही एक दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान ढह गए। 

मानसून के इस सीजन में पहली बार डूंगरपुर का बेणेश्वर धाम टापू में बदल गया है। यहां करीब चार दर्जन लोग फंस गए, जिन्हें प्रशासन ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर भेजा है। 

आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में किसान की फसलें तबाह हो गई है। 

क्या कहता है मौसम विभाग ?

प्रदेश में हो रही भारी बारिश को लेकर मौसम केंद्र जयपुर ने दो-तीन दिन का अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सावधान रहने के लिए कहा है। 

मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बना एक लो-प्रेशर सिस्टम अब वेलमार्क लो-प्रेशर सिस्टम में बदलकर मध्य प्रदेश की सीमा पर सक्रिय है। 

जिसके चलते मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र के कुछ हिस्से और गुजरात के जिलों में भारी बारिश का दौर बना हुआ है।