क्या कतरे जाएंगे पायलट के पर: कहीं अपनी ही सरकार को हराने के लिए भाजपा की मदद तो नहीं कर रहे पायलट! सामने आ रही ये बात

दिल्ली में बैठे कांग्रेस पार्टी के आलाकमान भी सचिन की इस राजनीतिक चाल को भली भांति देख और समझ रहे हैं। आलाकमान भी पायलट की इस विरोधी उड़ान पर कार्रवाई करने के बजाय एक्सपोज करने की रणनीति अपना रहे हैं। 

Sachin Pilot

जयपुर | राजस्थान में करीब पांचों से नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने आखिरकार बगावत का बिगुल बजा ही दिया है। 

सचिन पायलट अपनी ही गहलोत सरकार के खिलाफ 11 मई को  अजमेर से पैदल यात्रा लेकर जयपुर के लिए कूच कर गए हैं। 

इससे पहले पायलट ने एक दिन का अनशन करके भी गहलोत सरकार को संभलने की चेतावनी दी थी, लेकिन जब कुछ फायदा होता नहीं दिखा तो पायलट ने ’जनसंघर्ष यात्रा’ के माध्यम से अपने विरोधी सुरों को दिल्ली में बैठे कांग्रेसी आलाकमानों तक पहुंचाने की ठान ली। 

विधानसभा चुनावों से पहले सचिन पायलट ने अपने समर्थकों के साथ गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए यात्रा निकाली है। 

सचिन की राजनीतिक चाल को एक्सपोज होने दे रहे आलाकमान 

वहीं दूसरी ओर, दिल्ली में बैठे कांग्रेस पार्टी के आलाकमान भी सचिन की इस राजनीतिक चाल को भली भांति देख और समझ रहे हैं।

आलाकमान भी पायलट की इस विरोधी उड़ान पर कार्रवाई करने के बजाय एक्सपोज करने की रणनीति अपना रहे हैं। 

गहलोत की फ्री योजनाओं से खुश जनता

गहलोत-पायलट के इस घमासान के बीच राज्य की जनता मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की फ्री योजनाओं से काफी खुश भी दिख रही है। 

जिसके चलते आमजन को अब ये भी लगने लगा है कि पायलट अपनी ही सरकार को हराने के लिए भाजपा की मदद कर रहे हैं।

कांग्रेस को चुनौती पर क्या कतरे जाएंगे पायलट के पर ? 

राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले चल रहे गहलोत और पायलट घमासान पर पार्टी के शीर्ष नेताओं की पूरी नजर है। 

बस अब उन्हें इंतजार है तो सही समय का। ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि, पार्टी आलाकमान सचिन पायलट की इस बगावत पर कभी भी उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं। 

यहीं नहीं, आमजन के साथ-साथ पार्टी ने भी अशोक गहलोत की योजनाओ की तारीफ की और मंहगाई राहत कैंप को भी काफी सराहा जा रहा है। 

कांग्रेस के ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट ने पार्टी ने सचिन की यात्रा को हास्यास्पद बताते हुए गहलोत के कार्यों की प्रशंसा की है।