Bikaner: बीकानेर में भारत-पाक बॉर्डर से संदिग्ध युवक गिरफ्तार, रावलपिंडी जाने की फिराक में था

बीकानेर (Bikaner) में भारत-पाक बॉर्डर (India-Pak Border) से सेना ने एक संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया है। यह युवक पाकिस्तान (Pakistan) के रावलपिंडी (Rawalpindi) में एक महिला से मिलने के लिए अवैध रूप से सीमा पार करने की फिराक में था।

बीकानेर बॉर्डर पर संदिग्ध युवक गिरफ्तार

बीकानेर:बीकानेर (Bikaner) में भारत-पाक बॉर्डर (India-Pak Border) से सेना ने एक संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया है। यह युवक पाकिस्तान (Pakistan) के रावलपिंडी (Rawalpindi) में एक महिला से मिलने के लिए अवैध रूप से सीमा पार करने की फिराक में था।

भारत-पाकिस्तान सीमा पर जासूसी की घटनाओं के बीच, भारतीय सेना ने एक युवक को पाकिस्तान जाने की कोशिश करते हुए पकड़ा है। यह युवक नौ सालों में दूसरी बार अवैध तरीके से पाकिस्तान में घुसने की फिराक में था, जिसे 17 केवाईडी (KYD) से पकड़कर जवानों ने पुलिस को सौंप दिया। अब सेना और सुरक्षा एजेंसियां संयुक्त पूछताछ में युवक से गहन पूछताछ करेंगी।

भारत-पाक बॉर्डर पर संदिग्ध युवक गिरफ्तार

प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, युवक पाकिस्तान के रावलपिंडी में किसी महिला से मिलने के लिए सीमा पार करने का प्रयास कर रहा था। खाजूवाला थानाधिकारी सुरेन्द्र प्रजापत ने बताया कि शनिवार शाम को एक युवक 17 केवाईडी में पाकिस्तान जाने की बात कर रहा था और बॉर्डर का वह रास्ता ढूंढ रहा था, जहां से वह आसानी से पाकिस्तान में प्रवेश कर सके।

17 केवाईडी से हुई गिरफ्तारी

इस बात की भनक आर्मी इंटेलिजेंस को लगी, जिसके बाद उसे 17 केवाईडी से ही पकड़ लिया गया। संदिग्ध व्यक्ति की पहचान आंध्र प्रदेश निवासी प्रशांत वेदम के तौर पर हुई है। आशंका है कि वह दोबारा पाकिस्तान जा रहा था। विशाखापत्तनम से बीकानेर स्थित भारत-पाक बॉर्डर पर आने के कारणों का खुलासा संयुक्त पूछताछ (ज्वाइंट इंट्रोगेशन) में होने की उम्मीद है।

पहले भी जा चुका है पाकिस्तान

प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि प्रशांत इससे पहले भी साल 2017 में पाकिस्तान गया था। तब वह करणी पोस्ट के पास से होते हुए 15 अप्रैल को पाकिस्तान में घुस गया था। बताया जा रहा है कि तब उसे पाकिस्तानी सेना ने गिरफ्तार कर लिया था। बाद में साल 2021 में उसे अटारी बॉर्डर से होते हुए भारत के हवाले किया गया था।

सेना को युवक की मंशा पर संदेह

हालांकि, प्रशांत की बातों पर सेना को संदेह है। सेना के अनुसार, एक बार पाकिस्तान जाने के बाद कोई व्यक्ति दोबारा क्यों जाना चाहेगा। उसकी गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि पाकिस्तान के रावलपिंडी में किसी महिला मित्र से युवक के संपर्क होने की आशंका है, जिससे मिलने की फिराक में युवक बॉर्डर पार करना चाह रहा था। हालांकि, यह सिर्फ प्रारंभिक जानकारी है, जेआईसी (JIC) के बाद ही सही जानकारी सामने आ पाएगी।

सीमावर्ती क्षेत्रों में जासूसी और सुरक्षा चुनौतियां

राजस्थान के बॉर्डर से सटे इलाकों में जासूसी की घटनाएं आम हैं। जैसलमेर में अब तक 24 जासूस पकड़े जा चुके हैं। युद्ध के समय हर छोटी से छोटी जानकारी दुश्मन देश के लिए महत्वपूर्ण होती है। जासूस सीमावर्ती क्षेत्रों में हर तरह की जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों को साझा करते हैं।

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियां क्या जानकारी मांगती हैं?

  • सैन्य गतिविधि और ठिकाने: सबसे महत्वपूर्ण जानकारी सेना की मूवमेंट से लेकर उनके ठिकानों की साझा करते हैं। साथ ही सैन्य स्ट्रक्चर, तैनाती, फेंसिंग, बीओपी (BOP) आदि की लोकेशन, फोटो और डिटेल साझा करते हैं।
  • सैन्य निर्माण और बुनियादी ढांचे: अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगते क्षेत्रों में बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन हो या सैन्य संबंधी कोई कंस्ट्रक्शन, साथ ही अंडरब्रिज, ओवरब्रिज, सड़क आदि के निर्माण की डिटेल भी जासूस पाकिस्तान में शेयर करते हैं।
  • नागरिक प्रतिष्ठानों की जानकारी: जासूसों से आर्मी एरिया में स्थापित स्कूल, हॉस्टल और अन्य एडमिन बिल्डिंग की फोटो व लोकेशन की डिमांड की जाती है। सीमावर्ती क्षेत्र में मोबाइल टावर की लोकेशन उसकी फोटो आदि भी यह जासूस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों को साझा करते हैं।