अब यहां देंगे सौगात: सीपी जोशी बोले- फिर आ रहे पीएम मोदी, जिस भी योजना का शिलान्यास किया, उसका उद्घाटन भी किया

सीपी जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में हुई ऐतिहासिक सभा के बाद अब राजस्थान के दो जिले चित्तौडग़ढ़ और जोधपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण करेंगे।

CP Joshi

जयपुर | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से राजस्थान दौरे पर आ रहे हैं। 

पीएम मोदी 2 अक्टूबर को चित्तौड़गढ़ में सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन कर जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। 

इसी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathore) समेत कई भाजपा दिग्गजों जयपुर में भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता की।

इस दौरान पीएम मोदी की चित्तौड़गढ़ यात्रा को लेकर सीपी जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जयपुर में हुई ऐतिहासिक सभा के बाद अब राजस्थान के दो जिले चित्तौडग़ढ़ और जोधपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण करेंगे। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस किसी भी योजना का शिलान्यास किया, उसका उद्घाटन भी किया है। 

एक समय ऐसा भी था जब राजस्थान में शिलान्यास होते थे लेकिन उनका उद्घाटन करने में सालों लग जाते थे।

इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की राजस्थान में कांग्रेस की निकम्मी, नकारा सरकार ने प्रदेश के गौरवशाली, मान-मर्यादा वाले इतिहास को कलंकित करने का काम किया है।

महिलाओं पर होता है अत्याचार, मांगी जाती है अस्मत

प्रदेशाध्यक्ष जोशी राज्य सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में लगातार महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहें है, कानून व्यवस्था लचर हो चुकी है।

इसकी शुरुआत 2018 के बाद से हुई, जब एक पति के सामने उसकी पत्नी के साथ दुराचार होता है, जब उस घटना का वीडियो सामने आता है तब मामला उजागर होता है, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इस मामले को दबाया जाता है।

दलित समाज की महिला को न्याय देने की बजाय पीड़ित के साथ अत्याचार होता है, जबकि उसे न्याय मिलना चाहिए था। 

राजस्थान की सरकार पीड़ितों पर दवाब बना कर मामले को रफा दफा करवाती है। 

राजस्थान के प्रत्येक कोने में चाहे एम्बुलेंस, स्कूल और यहां तक की न्याय मांगने जाने वाली पीड़िता से उसकी अस्मत की मांग की जाती है। 

अगर कई मामलों में भाजपा संगठन ओर जनता आंदोलन व धरना प्रदर्शन नहीं करती तो वह मामले भी दबे के दबे रह जाते।