Rajasthan: किरोड़ीलाल बोले- एक-दो साल में रिटायर हो जाऊंगा; JJM घोटाले में सबकी जांच हो
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) ने कहा कि वह एक-दो साल में राजनीति से रिटायर हो जाएंगे। उन्होंने जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) घोटाले में सभी अधिकारियों की जांच की अनुमति देने की मांग की।
जयपुर:कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) ने कहा कि वह एक-दो साल में राजनीति से रिटायर हो जाएंगे। उन्होंने जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) घोटाले में सभी अधिकारियों की जांच की अनुमति देने की मांग की।
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए अपने राजनीतिक भविष्य और जल जीवन मिशन (जेजेएम) घोटाले पर महत्वपूर्ण बयान दिए। उन्होंने कहा कि वे युवा पीढ़ी को आगे बढ़ा रहे हैं और जल्द ही राजनीति से संन्यास लेने की योजना बना रहे हैं।
राजनीति से संन्यास और युवा पीढ़ी को प्रोत्साहन
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने स्पष्ट किया कि वे एक-दो साल में राजनीति से रिटायर हो जाएंगे। उन्होंने कहा, "हम कब तक राजनीति करेंगे। हम युवा पीढ़ी को आगे बढ़ा रहे हैं।" यह बयान उन्होंने भाजपा प्रदेश कार्यालय में कार्यकर्ताओं की सुनवाई के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान दिया। उनका यह रुख युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने की पार्टी की रणनीति के अनुरूप माना जा रहा है।
जल जीवन मिशन घोटाले में निष्पक्ष जांच की मांग
जल जीवन मिशन (जेजेएम) घोटाले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा 20 अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति मांगने के मामले में किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी व्यक्तिगत राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सरकार को सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति देनी चाहिए।
मीणा ने जोर देकर कहा, "मुझे नहीं पता सरकार क्या करेगी। एसीबी ने 20 अधिकारियों के खिलाफ जांच के लिए 17 ए की अनुमति मांगी है, उसमें कुछ रह गए है। 'ए' फंस जाए और 'बी' बच जाए, ऐसा नहीं होना चाहिए। मेरा मानना है कि सरकार को सभी की अनुमति देनी चाहिए।" यह बयान सोमवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा जलदाय विभाग के तत्कालीन एसीएस सुबोध अग्रवाल सहित 6 अफसरों के खिलाफ एसीबी को जांच की अनुमति देने के बाद आया है। किरोड़ीलाल मीणा की मांग है कि जांच का दायरा बढ़ाया जाए ताकि कोई भी दोषी बच न पाए।
दौसा बयान पर सफाई
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने दौसा में जाटव समाज के कार्यक्रम में दिए अपने बयान पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके बयान का आशय युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने से था। उन्होंने मीडिया से आग्रह किया कि उनके बयान को पूरा पढ़ा जाए और संदर्भ से अलग करके प्रस्तुत न किया जाए।
उन्होंने स्पष्ट किया, "देखो मैंने ऐसा इसलिए कहा था कि हम युवा पीढ़ी को आगे बढ़ा रहे हैं। आप मेरे बयान को पूरा पढ़ो। आप मेरी ऐसी बात निकालकर रख देते हो, ऊपर पहुंचा दोगे तो रही-सही भी चली जाएगी।" उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे प्रेमचंद बैरवा, जो युवा हैं और दो बार विधायक बने, उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया, जबकि वह खुद छह बार विधायक रह चुके हैं।
दौसा में दिया गया मूल बयान
दौसा में जाटव समाज के कार्यक्रम में विकास की मांगों पर हूटिंग होने पर किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था, "अभी तो मैं उपमुख्यमंत्री भी नहीं, कुछ करने लायक तो बनूं। प्रेमचंद बैरवा दूसरी बार विधायक बने और डिप्टी सीएम बन गए, मैं छठी बार विधायक हूं। मुझे गालियां मिलती हैं, लेकिन हाथी के पीछे कुत्ते भौंकते हैं, हाथी नहीं रुकता।" यह बयान महवा में संबोधन के दौरान भीड़ द्वारा विकास कार्यों की मांग उठाने पर दिया गया था।
बीजेपी कार्यालय में जनसुनवाई
मंगलवार को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने बीजेपी कार्यालय में कार्यकर्ता सुनवाई के साथ-साथ आमजन की जनसुनवाई भी की। उन्होंने पहले तय कार्यक्रम के अनुसार मीटिंग हॉल में कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनीं। इसके बाद वे गार्डन में कुर्सी लगाकर बैठ गए और वहां पहुंचे आम लोगों की समस्याओं को भी सुना।
किरोड़ीलाल मीणा ने बताया कि उन्होंने जनसुनवाई करने के लिए प्रदेश महामंत्री से अनुमति ली है। यह कदम आम जनता के साथ सीधा संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की दिशा में उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस प्रकार की जनसुनवाई से सरकार और जनता के बीच सीधा संपर्क बना रहता है, जिससे जमीनी स्तर पर समस्याओं को समझने और उनका निवारण करने में मदद मिलती है।