Sports: कोटा की अरुंधति चौधरी वर्ल्ड कप फाइनल में, 3 बार की चैंपियन को हराया

कोटा की अरुंधति चौधरी (Arundhati Chaudhary) वर्ल्ड कप फाइनल में। 3 बार की चैंपियन को हराया। 20 नवंबर को उज्बेकिस्तान की अजीजा जोकीरोवा से भिड़ेंगी।

कोटा की अरुंधति वर्ल्ड कप फाइनल में

कोटा: कोटा की अरुंधति चौधरी (Arundhati Chaudhary) वर्ल्ड कप फाइनल में। 3 बार की चैंपियन को हराया। 20 नवंबर को उज्बेकिस्तान की अजीजा जोकीरोवा से भिड़ेंगी।

ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चल रहे बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में कोटा की महिला मुक्केबाज अरुंधति चौधरी ने अपने शानदार प्रदर्शन से फाइनल में जगह बना ली है। अब वह विश्व चैंपियन बनने से सिर्फ एक जीत दूर हैं। अरुंधति ने अपने अभियान में पूर्व विश्व चैंपियंस को मात देकर फाइनल का टिकट हासिल किया है, जो उनकी असाधारण प्रतिभा और दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

कोटा में अरुंधति को प्रशिक्षण देने वाले उनके कोच अशोक गौतम ने बताया कि 70 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में अरुंधति चौधरी ने जर्मनी की तीन बार की विश्व चैंपियन लियोनी आयशा मुलेर के खिलाफ रिंग में अपना दबदबा दिखाया। अरुंधति ने मुलेर को टेक्निकली नॉकआउट करते हुए 3-0 से एकतरफा जीत दर्ज की। उनके दमदार पंचों के आगे मुलेर टिक नहीं सकीं। इस प्रभावशाली जीत के साथ ही अरुंधति का वर्ल्ड कप में पदक पक्का हो गया है, जिससे देश और उनके गृह नगर कोटा में खुशी की लहर है।

फाइनल में उज्बेकिस्तान की मजबूत चुनौती

सेमीफाइनल में मिली शानदार जीत के बाद अब अरुंधति का सामना फाइनल में उज्बेकिस्तान की मजबूत खिलाड़ी अजीजा जोकीरोवा से होगा। यह बहुप्रतीक्षित मुकाबला 20 नवंबर को खेला जाएगा। कोच गौतम ने अरुंधति की वर्तमान फॉर्म और आत्मविश्वास को देखते हुए विश्वास जताया है कि वह फाइनल में भी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी। कोटा के खेल प्रेमियों और पूरे देश को अरुंधति से स्वर्ण पदक की प्रबल उम्मीद है, और सभी की निगाहें इस ऐतिहासिक मुकाबले पर टिकी हुई हैं। यह मैच अरुंधति के करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।

अरुंधति का प्रभावशाली अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड और भविष्य की उम्मीदें

यह पहला अवसर नहीं है जब अरुंधति ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। इससे पहले भी वह सात अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीत चुकी हैं। उनके इस अनुभव और बड़े मुकाबलों में प्रदर्शन करने की क्षमता को देखते हुए फाइनल में भी उनसे बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीद है। अरुंधति ने लगातार अपनी मुक्केबाजी कौशल में सुधार किया है और अब वह विश्व चैंपियन का खिताब हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रही हैं। उनकी यह सफलता देश में महिला मुक्केबाजी को और बढ़ावा देगी और युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनेगी।

20 नवंबर को होने वाला यह निर्णायक मुकाबला अरुंधति के लिए इतिहास रचने का अवसर है। पूरा देश उनकी जीत की कामना कर रहा है।