अनमोल बिश्नोई डिपोर्ट: लॉरेंस का भाई अनमोल बिश्नोई अमेरिका से डिपोर्ट, दिल्ली पहुंचा
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) आज अमेरिका (America) से डिपोर्ट होकर दिल्ली (Delhi) के आईजीआई हवाई अड्डे (IGI Airport) पहुंचा। यह एनआईए (NIA) और राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के लिए बड़ी कामयाबी है। उस पर ₹1 लाख का इनाम है।
नई दिल्ली: कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) आज अमेरिका (America) से डिपोर्ट होकर दिल्ली (Delhi) के आईजीआई हवाई अड्डे (IGI Airport) पहुंचा। यह एनआईए (NIA) और राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) के लिए बड़ी कामयाबी है। उस पर ₹1 लाख का इनाम है।
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का छोटा भाई अनमोल बिश्नोई आज सुबह लगभग 10:00 बजे अमेरिका से डिपोर्ट होकर दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। अनमोल को वापस भारत लाना राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और राजस्थान पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। उसकी आपराधिक गतिविधियों का सबसे बड़ा हिस्सा राजस्थान से जुड़ा हुआ है, जहां उसके खिलाफ 21 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। राजस्थान पुलिस ने उस पर ₹1,00,000 का इनाम भी घोषित कर रखा है।
जयपुर में अनमोल बिश्नोई के खिलाफ मामले
दिल्ली पहुंचने के बाद, अनमोल बिश्नोई को विशेष रूप से जयपुर लाया जाएगा, जहां पुलिस उससे गहन पूछताछ करेगी। जयपुर में ही उसके खिलाफ जी क्लब पर फायरिंग समेत रंगदारी मांगने, धमकी देने और ब्लैकमेलिंग के सात मुकदमे दर्ज हैं। ये मामले सांगानेर, रामनगरिया, प्रताप नगर, अशोक नगर, हरमाड़ा और बनी पार्क जैसे प्रमुख थानों में दर्ज हैं। इन मामलों में उसकी संलिप्तता की गहराई से जांच की जाएगी।
जोधपुर में अनमोल बिश्नोई का आपराधिक रिकॉर्ड
अनमोल के खिलाफ केवल जयपुर ही नहीं, बल्कि जोधपुर में भी पूर्व और पश्चिम जिलों में कुल 8 गंभीर मामले दर्ज हैं। जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट से मिले रिकॉर्ड्स उसकी पुरानी और खौफनाक गतिविधियों की पोल खोलते हैं।
वासुदेव इसरानी हत्याकांड (2017)
2017 में हुए वासुदेव इसरानी हत्याकांड में अनमोल का नाम सामने आया था। फिरौती न देने पर व्यापारी वासुदेव इसरानी की दुकान पर फायरिंग की गई थी, जिसके बाद सितंबर 2017 में उनकी मौत हो गई थी। जांच में इस पूरी साजिश के पीछे अनमोल बिश्नोई का हाथ होने का खुलासा हुआ था।
अन्य मामले: फिरौती और धमकी
इसी तरह 2017 में शास्त्रीनगर में व्यापारी रितेश लोहिया के घर पर फिरौती की मांग को लेकर फायरिंग कर दहशत फैलाई गई थी। उसी वर्ष, अनमोल के गुर्गों द्वारा इंटरनेट कॉल पर मुकेश सोनी को "वासुदेव के बाद तुम्हारा नंबर है, 50 लाख दो" जैसी गंभीर धमकी दी गई थी।
जेल से रैकेट का संचालन
जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद रहने के दौरान भी अनमोल शांत नहीं बैठा था। 2018, 2020 और 2021 में उसके पास से मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद हुए थे, जिनसे वह जेल के अंदर से ही फिरौती और धमकियों का रैकेट चला रहा था।
एनआईए की जांच और फिंगरप्रिंट की चुनौती
अनमोल बिश्नोई जोधपुर जेल में सजा काट चुका है और उसे 7 अक्टूबर 2021 को रिहा किया गया था। एनआईए ने राजस्थान पुलिस मुख्यालय के माध्यम से जोधपुर कमिश्नरेट और सेंट्रल जेल प्रशासन से उसके आपराधिक रिकॉर्ड, केस विवरण और फिंगरप्रिंट की मांग की थी। जोधपुर पुलिस ने केस फाइल और गिरफ्तारी विवरण तो सौंप दिए, लेकिन जेल प्रशासन के पास अनमोल के फिंगरप्रिंट उपलब्ध नहीं थे, जो कानूनी प्रक्रिया के लिए एक चुनौती है।
विदेश भागने और अंतरराष्ट्रीय साजिशें
2021 में जमानत पर रिहा होते ही अनमोल फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भाग गया था। विदेश से ही उसने सिद्धू मूसेवाला हत्या, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड और सलमान खान के घर फायरिंग जैसी अंतरराष्ट्रीय वारदातों की साजिश रची और लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ऑनलाइन धमकी की गतिविधियों को निर्देशित किया। अब उसकी गिरफ्तारी से राजस्थान में उसके 21 से अधिक मामलों और उसके ग्लोबल सिंडिकेट पर से पर्दा उठने की उम्मीद है।