परिवहन विभाग: एक्सप्रेस वे एवं राष्ट्रीय राजमार्गों पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये बैठक आयोजित

परिवहन विभाग की एनएचएआई और मोर्थ (सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय) के साथ बैठक आयोजित |

सड़क सुरक्षा विभाग की मुख्य सचिव श्रेया गुहा

जयपुर। परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग की मुख्य सचिव श्रेया गुहा ने कहा कि हाईवे (highway) पर अवैध पार्किंग (illegal parking) और अतिक्रमण (Encroachment) बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार है। पुलिस विभाग को ऐसा करने वाले व्यक्तियों पर तुरंत एफ़आईआर (FIR) दर्ज कर सख़्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये।

गुहा शासन सचिवालय में एनएचएआई (NHAI) और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ एक्सप्रेस वे (expressway) एवं राष्ट्रीय राजमार्गों पर बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिये आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थी।

बैठक में अपर परिवहन आयुक्त (सड़क सुरक्षा) निधि सिंह ने प्रेजेंटेशन (presentation) के माध्यम से राजमार्गों पर हो रही दुर्घटनाओं के विभिन्न कारणों के बारे में जानकारी दी |

उन्होंने बताया कि राज्य की कुल सड़क लम्बाई में से राष्ट्रीय राजमार्गों (national highways) की लम्बाई 4 प्रतिशत है परन्तु इन पर वर्ष 2023 में राज्य की कुल मृत्युदर का लगभग 38 प्रतिशत भाग है।

वहीं वर्ष 2023 में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे (Delhi-Mumbai Expressway) पर तीन एवं तीन से अधिक मृत्यु वाली 39 दुर्घटनाओं में 38 लोगों की मृत्यु हुई जबकि वर्ष 2024 में (जनवरी से मई तक) मात्र 13 दुर्घटनाओं में 28 लोग जान गवां चुके हैं जो कि अत्यंत चिंता का विषय है।

मुख्य सचिव ने लगातार बढ़ती दुर्घटनाओं एवं मृत्यु पर को चिंताजनक बताते हुए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority of India) एवं मॉर्थ के अधिकारियों को इस पर तुरंत कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया।

उन्होंने दुर्घटना के वक़्त आपातकालीन वाहनों के लिये निर्बाध आवाजाही व्यवस्था (seamless movement system) सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

उन्होंने एक्सप्रेस वे एवं राजमार्गों पर अनाधिकृत पार्किंग, अवैध कट, आवारा जानवर, राष्ट्रीय संपत्तियों को क्षतिग्रस्त करने, अवैध गतिविधियाँ संचालित करने, वर्कज़ोन सेफ्टी (Workzone Safety), अतिक्रमण, साइनेज बोर्ड (signage board), प्रवर्तन की कमी तथा दुर्घटना हो जाने पर बचाव कार्य की शुरूआत में होने वाली देरी संबंधी समस्याओं का त्वरित निराकरण के बारे में अधिकारियों को निर्देशित किया।

एक्सप्रेस वे (expressway) एवं राजमार्गों पर अवैध गतिविधियों के संचालन, राष्ट्रीय संपदा को नुकसान पहुँचाने के मामलों मेंि महानिदेशक पुलिस (यातायात) हवासिंह घुमारिया द्वारा तुरंत एफआईआर (FIR) दर्ज करवाने हेतु निर्देश प्रदान किए।

बैठक में आयुक्त, परिवहन एवं सड़क सुरक्षा डॉ. मनीषा अरोड़ा, वित्तीय सलाहकार महेंद्र भूकर, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय प्रबंधक डी के (D K) चतुर्वेदी, क्षेत्रीय प्रबंधक मॉर्थ नरेश कुमार चोपड़ा व रवि चंचल, एवं राज्य सड़क सुरक्षा प्रकोष्ठ के अधीक्षण अभियंता (सड़क सुरक्षा) सुरेश बेनीवाल एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (सड़क सुरक्षा) डॉ. एल. एन. (L.N.) पाण्डे एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।