माउंट आबू : माउंट आबू: वन्यजीव क्षेत्र में चला विशेष सफाई अभियान, दो ट्रॉली कचरा एकत्रित

माउंट आबू (Mount Abu) के वन्यजीव क्षेत्र में सोमवार को विशेष सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें दो ट्रॉली कचरा और कांच के टुकड़े एकत्रित किए गए। उपवन संरक्षक शुभम जैन (Shubham Jain) के नेतृत्व में यह अभियान सफल रहा।

माउंट आबू: माउंट आबू (Mount Abu) के वन्यजीव क्षेत्र में सोमवार को विशेष सफाई अभियान चलाया गया, जिसमें दो ट्रॉली कचरा और कांच के टुकड़े एकत्रित किए गए। उपवन संरक्षक शुभम जैन (Shubham Jain) के नेतृत्व में यह अभियान सफल रहा।

विशेष सफाई अभियान का उद्देश्य

उपवन संरक्षक आबू पर्वत शुभम जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि यह विशेष अभियान वन्यजीव अभ्यारण्य क्षेत्र के वन पथों और सड़कों पर फैले कचरे के निष्पादन के लिए चलाया गया था।

इस पहल का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को स्वच्छ और सुरक्षित रखना है।

वन्यजीव क्षेत्रों में कचरा फैलना पर्यावरण और वन्यजीवों दोनों के लिए हानिकारक होता है।

अभियान का संचालन

सोमवार को आयोजित इस अभियान में सहायक वनरक्षक वन्य जीव सुमेश बालन की उपस्थिति महत्वपूर्ण रही।

यह सफाई अभियान जंगल रेस्टोरेंट से लेकर 20 नंबर पिलर आरना तक के क्षेत्र में चलाया गया।

सड़क के किनारे फैले प्लास्टिक की बोतलें, कांच की बोतलें और अन्य प्रकार के कचरे को विशेष रूप से एकत्रित किया गया।

अभियान के दौरान करीब दो ट्रॉली भरकर कचरा और कांच के टुकड़े एकत्रित किए गए।

यह आंकड़ा दर्शाता है कि पर्यटन स्थलों के आसपास वन्यजीव क्षेत्रों में कचरे की समस्या कितनी गंभीर है।

सहभागी दल

इस महत्वपूर्ण अभियान में वन विभाग के कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

क्षेत्रीय वन अधिकारी वन्यजीव गजेंद्र सिंह, वनपाल राजेश बिश्नोई और मोहन राम जैसे वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

वनरक्षक जिरमा देवी, शेर सिंह, रामकुमार यादव, देवी चौधरी, रवि कुमार, पुराण कुमार, विनोद और अंकित राजपुरोहित ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।

महेंद्र दान चार्ली और रमेश अलीका जैसे कार्मिकों ने भी अपना योगदान दिया।

इनके अतिरिक्त, नेचर गाइड के सदस्यों ने भी इस सफाई अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

सभी प्रतिभागियों के सामूहिक प्रयास से यह अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हो सका।

पर्यावरण संरक्षण का संदेश

यह सफाई अभियान माउंट आबू के वन्यजीव संरक्षण के प्रति वन विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ऐसे अभियानों से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में भी पर्यावरण जागरूकता बढ़ती है।

वन्यजीव क्षेत्रों को साफ रखना न केवल जानवरों के लिए बल्कि मनुष्यों के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।

भविष्य में भी ऐसे अभियानों को नियमित रूप से चलाने की आवश्यकता है ताकि वन्यजीव क्षेत्र स्वच्छ और सुरक्षित बने रहें।

यह पहल अन्य पर्यटन स्थलों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।