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सोमवार को सचिन पायलट भी दौसा में मौजूद थे। ऐसे में जब भाजपा की परिवर्तन यात्रा दौसा के नांगल टोल प्लाजा के पास पहुंची तो भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ा।
दौसा | राजस्थान का दौसा जिला सोमवार को दो सियासी मामलों का गवाह बना।
एक सियासी मामले में प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट अपना शक्ति प्रदर्शन करते दिखाई दिए तो वहीं, दूसरी सियासी मामले में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा का जमकर विरोध देखने को मिला।
हालांकि दोनों ही सियासी हमले कांग्रेस की ओर से भाजपा पर किए गए थे।
दरअसल, दौसा को सचिन पायलट का गढ़ माना जाता रहा है और उनके समर्थकों की वहां कमी नहीं है।
इसी के साथ सोमवार को सचिन पायलट भी दौसा में मौजूद थे। ऐसे में जब भाजपा की परिवर्तन यात्रा दौसा के नांगल टोल प्लाजा के पास पहुंची तो भाजपा को विरोध का सामना करना पड़ा।
भाजपा की परिवर्तन यात्रा के विरोध में कई युवक वहां पहुंच गए और विरोध जताते हुए काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी करने लगे।
दौसा सांसद जसकौर मीणा की गाड़ी को रोकने का प्रयास
विरोधी युवकों ने न सिर्फ काले झंडे दिखाए बल्कि उन्होंने दौसा सांसद जसकौर मीणा (Jaskaur Meena) की गाड़ी को भी रोकने का प्रयास किया।
गनीमत ये रही कि मौके पर पुलिस बल मौजूद था। ऐसे में पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए विरोध कर रहे युवकों को रोक दिया।
जसकौर तेरी खैर नहीं के लगाए नारे
बताया जा रहा है कि अपने संसदीय क्षेत्र से 5 साल गायब रहने से वहां के लोगों में सांसद जसकौर मीणा को लेकर रोष व्याप्त है। जिसके चलते परिवर्तन यात्रा के दौरान काले झंडे दिखाए।
लोगों ने अपनी नाराजगी जताते हुए सांसद जसकौर मीणा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हालांकि, इस दौरान बीजेपी की परिवर्तन यात्रा के रथ पुलिस व्यवस्था होने के कारण वहां से गुजर गए, लेकिन सांसद जसकौर मीणा को विरोधियों ने घेर लिया।
बता दें भाजपा की परिवर्तन यात्रा में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, सांसद जसकौर मीणा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, पूर्व सांसद राजकुमार, जितेंद्र सिंह गोठावाल और जिलाध्यक्ष पीडी शर्मा सवार थे।