JODHPUR: मुंबई पुलिस ने जोधपुर से 200 करोड़ का ड्रग्स बरामद ,40 करोड़ से कम का ऑर्डर नहीं लेते थे , जालोर पाली जोधपुर में लगाए बड़े बड़े प्लांट

जोधपुर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर गांव मोगड़ा खुर्द (mogada khurd) में रविवार को 200 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई 107 करोड़ की एमडी ड्रग्स ने राजस्थान पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा दिए हैं।

मुंबई पुलिस ने जोधपुर से 200 करोड़ का ड्रग्स बरामद

जोधपुर | जोधपुर शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर गांव मोगड़ा खुर्द (mogada khurd) में रविवार को 200 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी गई 107 करोड़ की एमडी ड्रग्स ने राजस्थान पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा दिए हैं। पुलिस की नाक के नीचे इस तरह के करोड़ों की ड्रग्स सप्लाई का कारोबार चल रहा है। इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। इस मामले में मुंबई पुलिस ने कार्रवाई की है।

मुंबई के साकीनाका (sakeenaka) पुलिस थाने के एसआई महित्रानंद खंडारे (mahitranand khandare) ने बताया- यह पूरी कार्रवाई जॉइंट कमिश्नर सत्यनारायण चौधरी (satyanarayan choudhary) के नेतृत्व में हुई। पुलिस को पुणे (puna) के एक ड्रग पैडलर (drug peddler) से जोधपुर में ड्रग्स फैक्ट्री का पता चला था। शनिवार रात को फैक्ट्री पर दबिश दी गई। मौके से हुक्माराम जाट (40) को गिरफ्तार किया। उससे डेढ़ किलो एमडी (MD) ड्रग्स और इसे बनाने के केमिकल बरामद किए। इनकी मार्केट वैल्यू करीब 200 करोड़ हो सकती है।

इसके साथ ही से मुंबई पुलिस रोहट (Pali) निवासी विकास चौहान(vikash chouhan) की तलाश में है। हुक्माराम (hukmaram) के सहयोग से विकास रोहट में मेहंदी प्लांट (heena) की आड़ में ड्रग्स बना रहा था।

जोधपुर से 5 राज्यों में सप्लाई हो रहे नशे के इस कारोबार के भांडाफोड़ की योजना 15 दिन पहले से मुंबई पुलिस ने बना ली थी। एक क्लू पर मुंबई पुलिस 1000 किलोमीटर दूर जोधपुर पहुंची।

15 दिन पहले पुणे से सुराग मिले थे  जोधपुर

15 दिन पहले मुंबई पुलिस ने ड्रग पैडलर पुणे निवासी प्रशांत पाटील (prashant patil) को गिरफ्तार किया था। उसने देश में संचालित हो रहे ड्रग्स नेटवर्क के बारे में मुंबई पुलिस को कई ऐसे सुराग दिए जिस से उन्हें खबर हुई  साथ ही यह भी बताया था कि सारा ड्रग राजस्थान से ही सप्लाई हो रहा है। वह जोधपुर के पास मोगड़ा गांव से ड्रग्स खरीदता है। वहां ड्रग्स बनाने का पूरा प्लांट लगा हुआ है।

40 करोड़ से कम का ऑर्डर नहीं लेते थे

मोगड़ा (mogada) में चल रहे इस ड्रग्स प्रोडक्शन प्लांट में कम मात्रा में ड्रग के ऑर्डर नहीं लिए जाते थे। यह लोग अलग-अलग प्रदेशों के बड़े ड्रग्स पैडलर से डील करते थे। मुंबई पुलिस (mumbai police) के सामने यह भी आया है कि मोगड़ा (mogada) में चल रहे इस प्लांट में एक बार का ऑर्डर 40 करोड़ रुपए का लिया जाता था। इससे कम यह लोग सप्लाई नहीं करते थे।


सर्विस सेंटर वाला करोड़ो का कारोबार चला रहा है 

पुलिस के मुताबिक जोधपुर के विवेक विहार (vivek vihar) थाना इलाके के मोगड़ा से पकड़ा गया हुक्माराम जाट 5 साल पहले तक कार डेकोरेशन (car decoration) का काम करता था। हुक्माराम ने अपने घर को किराए पर देना बता रखा था और उस घर में उसने एमडी बनाने की मशीन लगा रखी थी। इस मशीन के अलावा इस मकान में कुछ भी नहीं था।

विवेक विहार थाना इलाके के झालामंड में हनुमान दड़ी स्थित कार सर्विस सेंटर में ड्रग्स केमिकल छुपा रखे थे। यहीं से 200 करोड़ का माल छुपा रखा था। इस सर्विस सेंटर (sarvice centar) में किसी भी गाड़ी का काम नहीं होता था।

लेकिन हुक्माराम अपने आप को सर्विस वाला ही बताता था। यहां से मुंबई पुलिस ने 60 किलो से ज्यादा केमिकल, 67 किलो एमडी लिक्विड और डेढ़ किलोग्राम एमडी ड्रग बरामद किया है। इन सभी की कीमत करीब 200 करोड़ रुपए आंकी गई है।

यह है पांच राज्य जहा होता है सप्लाई 

पुलिस ने बताया कि जोधपुर से हुक्माराम का ड्रग नेटवर्क महाराष्ट्र(maharastra), गुजरात(Gujrat), एमपी(madhyapradesh), पंजाब व बिहार तक फैला हुआ है। मुंबई पुलिस ने पास अभी भी जालोर, जोधपुर, बाड़मेर व सिरोही में 25 से ज्यादा इस तरह के ड्रग्स फैक्ट्री के इनपुट हैं।

हुक्माराम के पास इतनी जानकारी नहीं होगी इसमें किसी का हाथ है 

मुंबई पुलिस को हुक्माराम (hukmaram) ने पूछताछ में यूट्यूब (youtube) से देखकर एमडी ड्रग प्लांट लगाने और ड्रग सप्लाई करने की बात कही। इस पर मुंबई पुलिस को यकीन नहीं हो रहा। लो प्रोफाइल वाला हुक्माराम यूट्यूब से ड्रग तो बना सकता है लेकिन करोड़ों रुपए के केमिकल को खरीदना और पांच राज्यों में ड्रग नेटवर्क(Network) को बिछाना उसके बस की बात नहीं है। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि हुक्माराम के जरिए कोई बड़ा हाथ इस पूरे कारोबार को ऑपरेट कर रहा है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।