Highlights
- चर्चा है कि क्या अशोक गहलोत अब सचिन पायलट का सिविल लाइन्स स्थित बंगला नंबर सात खाली करवाएंगे
- सचिन पायलट अभी सिविल लाइन्स स्थित जिस बंगले में रह रहे है वह उन्हें बतौर राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री आवंटित हुआ था
- सरकार किसी भी वक्त सचिन पायलट को बंगला खाली करने का नोटिस दे सकती है
- पायलट और गहलोत के बीच तकरार बढ़ने की संभावना फिर से बढ़ गई है
राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज अपने आवास पर प्रेसवार्ता कर अशोक गहलोत सरकार पर एक के बाद एक हमले किए और भृष्टाचार के मुद्दे पर अशोक गहलोत को आइना दिखा दिया. सचिन पायलट ने इस प्रेसवार्ता में जो कुछ कहा वह एक-एक शब्द राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर चोट करने वाला था.
सचिन पायलट की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के साथ सवाल-जवाब से एक नया मुद्दा निकल कर आया जिसके बाद चर्चा है कि क्या अशोक गहलोत अब सचिन पायलट का सिविल लाइन्स स्थित बंगला नंबर सात खाली करवाएंगे.
क्या है पायलट के बंगले की कहानी
प्रेस वार्ता के दौरान सचिन पायलट पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इसी बीच एक पत्रकार ने पायलट पर सवाल दागते हुए पूछा कि आप अभी उप-मुख्यमंत्री नहीं है ऐसे में बतौर उप-मुख्यमंत्री आपको जो बंगला आवंटित हुआ था अभी तक उसी में रह रहे है. क्या आपको नहीं लगता कि नैतिकता के आधार पर आपको ये बंगला खाली करना चाहिए.
इस सवाल का जवाब देते हुए सचिन पायलट ने बहुत सधे हुए शब्दों में कहा कि इस संबंध में मुझे सरकार का कोई आदेश नहीं मिला है. अगर मुझे इस संबंध में सरकार का कोई आदेश मिलेगा तो मैं उसकी पालना करूंगा.
अशोक गहलोत ने इस मामले पर अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया
सचिन पायलट अभी सिविल लाइन्स स्थित जिस बंगले में रह रहे है वह उन्हें बतौर राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री आवंटित हुआ था. अब जबकि सचिन पायलट न तो उप-मुख्यमंत्री है और न ही पीसीसी चीफ है.पायलट फ़िलहाल टोंक विधानसभा से विधायक मात्र है. ऐसे में सरकार किसी भी वक्त सचिन पायलट को बंगला खाली करने का नोटिस दे सकती है.
क्या अशोक गहलोत यह कदम उठाएंगे
आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सरकार को जिस तरह से सचिन पायलट ने घेरा उसके बाद पायलट और गहलोत के बीच तकरार बढ़ने की संभावना फिर से बढ़ गई है. सचिन पायलट ने ऐलान किया है कि 11 अप्रैल को वे महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती के दिन शहीद स्मारक पर अनशन करेंगे. हालाँकि अभी राजस्थान के विधानसभा चुनावों में ज्यादा वक्त नहीं है.
लेकिन गहलोत पायलट की बढ़ती तकरार के बीच अशोक गहलोत कब सचिन पायलट को बंगला खाली करने का नोटिस दे दे इस तरह की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता.