दिवाली पहले भाजपा का बड़ा धमाका: दो दिग्गज नेताओं समेत 80 ने थामा बीजेपी का दामन, कांग्रेस में खलबली
शनिवार को 80 नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और जयपुर ग्रामीण से सांसद व झोटवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया ने सभी को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करवाई।
जयपुर | Rajasthan Election 2023: दिवाली से ठीक पहले भाजपा ने कांग्रेस के खेमे में जोरदार धमाका कर दिया है।
कांग्रेस के हाड़ौती के दिग्गज नेता पंकज मेहता और पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली है।
बता दें कि पंकज मेहता गहलोत सरकार में खादी ग्रामोद्योग आयोग के उपाध्यक्ष है।
जानकारी के अनुसार, शनिवार को 80 नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और जयपुर ग्रामीण से सांसद व झोटवाड़ा सीट से भाजपा प्रत्याशी कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की मौजूदगी में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और प्रदेश उपाध्यक्ष नारायण पंचारिया ने सभी को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करवाई।
गौरतलब है कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 25 दिसंबर को होने जा रही वोटिंग से पहले भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ना जारी है।
इन्होंने ज्वाइन की भाजपा
शनिवार को जयपुर के बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में रामगोपाल बैरवा, पंकज मेहता के अलावा चाकसू से पूर्व विधायक अशोक तंवर, सुश्री छवी राजावत, बजरंग पालीवाल, कृष्णपाल सिंह चूंडावत, बृजराज कृष्ण उपाध्याय, पंकज मेहता, बाबूलाल नामा, चंद्र सिंह चारण, पार्षद राजू अग्रवाल, पूर्व नगर निगम चेयरमैन महादेव शर्मा, हेमंत गोयल, कविता शर्मा, रामजानकी देवी, सुनिल नागौरा, सीमा कंवर, मधुसुदन तिवारी, कवि शर्मा, नवीन समेत 80 समर्थकों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे मेहता
बता दें कि पंकज मेहता कांग्रेस पार्टी का जानामाना चेहरा माने जाते हैं। वे लाडपुरा से कांग्रेस से टिकट की दावेदारी जता रहे थे।
उनके काम और जनसमर्थन को देखते हुए पार्टी की ओर से उन्हें टिकट देने के संकेत भी मिले थे।
लेकिन अचानक से उनका टिकट काटकर उनकी जगह दो बार चुनाव हार चुके नईमुद्दीन गुड्डू को लाडपुरा से प्रत्याशी बना दिया गया।
इससे नाराज मेहता ने भाजपा का दामन थाम लिया।
गौरतलब है कि पंकज मेहता कोटा दक्षिण सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस में प्रदेश महासचिव तथा एआईसी में सदस्य भी रहे हैं।
रामगोपाल बैरवा ने भी छोड़ा हाथ
कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामगोपाल बैरवा ने भी बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस का हाथ छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली।
दरअसल, बैरवा रामगंजमंडी से टिकट चाहते थे लेकिन उनके इस इस सीट से दो बार चुनाव हारने के चलते पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
रामगोपाल बैरवा की समाज और क्षेत्र के लोगों के बीच अच्छी पकड़ है। वे एक बार मंत्री भी रह चुके हैं।
ऐसे में चुनाव से ठीक पहले इतनी बड़ी संख्या में नेताओं और समर्थकों का कांग्रेस को छोड़ भाजपा में आना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।