अवैध वसूली कर रहे आधार सेंटर: सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की टीम निरीक्षण करने पहुंची, बंद कराने की संस्तुति
सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान के निर्देशानुसार जालोर जिले में गठित जांच कमेटी ने जिले के नौ आधार सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सोमवार को एसीपी और उप निदेशक सूर्य प्रकाश, प्रोग्रामर दिनेश मेघवाल और सहायक प्रोग्रामर महेन्द्र बालोत की टीम द्वारा किया गया।
जालोर | सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग, राजस्थान के निर्देशानुसार जालोर जिले में गठित जांच कमेटी ने जिले के नौ आधार सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सोमवार को एसीपी और उप निदेशक सूर्य प्रकाश, प्रोग्रामर दिनेश मेघवाल और सहायक प्रोग्रामर महेन्द्र बालोत की टीम द्वारा किया गया।
संयुक्त निदेशक योगेशर कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत देबावास में आधार सेंटर संचालक तेजपाल सोलंकी को निर्धारित दरों पर सेवाएं उपलब्ध करवाते हुए पाया गया। वहीं, ग्राम पंचायत बिशनगढ़ के आधार संचालक हनुमानाराम द्वारा निजी सेंटर में संचालन करते हुए पाया गया, जहाँ प्रार्थियों से अधिक राशि वसूलने पर उसकी आधार आईडी बंद करने की अनुशंसा की गई।
ग्राम पंचायत मांडवाला और उम्मेदाबाद में आधार सेंटर निर्धारित लोकेशन पर निर्धारित दरों पर कार्य करते हुए मिले। ग्राम पंचायत रेवतड़ा में आधार सेंटर संचालक पारसाराम ने आधार पंजीयन का कार्य शुरू नहीं करने का कारण बताया कि उसका लैपटॉप ब्लॉक कार्यालय सायला में जमा है।
ग्राम पंचायत सांफाड़ा में आधार सेंटर संचालक छगनलाल द्वारा निर्धारित राशि से अधिक राशि वसूलने का मामला सामने आया। वहीं, उम्मेदाबाद के निजी दुकान पर भी निर्धारित राशि से अधिक वसूली की पुष्टि हुई। इसके परिणामस्वरूप निरीक्षण दल ने उम्मेदाबाद में चल रहे अवैध आधार सेंटर पर लगे बैनर और पोस्टर हटवाकर उसकी आधार आईडी को बंद करने की अनुशंसा की।
इस कार्रवाई के तहत अवैध वसूली कर रहे आधार सेंटरों पर सख्त कदम उठाए गए हैं, जिससे आधार सेवाओं में पारदर्शिता और विश्वसनीयता बनी रहे।