Rajasthan: विधायक ऋतु बनावत के विकास कार्यों की जांच, फाइलें जब्त
भरतपुर (Bharatpur) जिले की बयाना (Bayana) विधायक ऋतु बनावत (Ritu Banawat) के विकास कार्यों में कमीशनखोरी की जांच जिला परिषद (District Council) टीम ने शुरू की है। टीम ने हैंडपंप स्वीकृति और दरी-पट्टियों की फाइलें जब्त कीं।
भरतपुर: भरतपुर जिले की बयाना विधायक ऋतु बनावत के विकास कार्यों में कमीशनखोरी की जांच जिला परिषद टीम ने शुरू की है। टीम ने हैंडपंप स्वीकृति और दरी-पट्टियों की फाइलें जब्त कीं।
जांच टीम ने जब्त की फाइलें
गुरुवार देर शाम जिला परिषद की एक विशेष टीम बयाना पंचायत समिति पहुंची। इस टीम का नेतृत्व भरतपुर जिला परिषद की अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेखा रानी व्यास कर रही थीं। टीम का उद्देश्य विधायक ऋतु बनावत द्वारा कराए गए विकास कार्यों का गहनता से सत्यापन करना था। उन्होंने विकास कार्यों से संबंधित सभी आवश्यक फाइलें जब्त कर लीं और संबंधित अधिकारियों से भी विस्तृत बातचीत की।
हैंडपंप स्वीकृति की जांच
जांच टीम ने विशेष रूप से ग्राम पंचायत सीदपुर में विधायक निधि से स्वीकृत 80 हैंडपंपों के विकास कार्य की पड़ताल की। इस संबंध में सभी फाइलें टीम ने अपने कब्जे में ले ली हैं। यह जांच विधायक निधि के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर की जा रही है।
स्कूलों में दरी-पट्टियों की पड़ताल
इसके बाद, टीम मुख्य ब्लॉक शिक्षा कार्यालय पहुंची, जहां विधायक निधि से स्कूलों में वितरित की गई दरी-पट्टियों के संबंध में जांच की गई। टीम ने बयाना कस्बे के भावड़ा गली स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल और गांव ककलपुरा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में दरी-पट्टियों की गुणवत्ता और वितरण की जांच की। जांच टीम में अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ दो विकास अधिकारी, जिला परिषद के एक्सईएन और एक लेखा अधिकारी भी शामिल थे।
कमीशनखोरी का भास्कर का खुलासा
विधायक निधि में भ्रष्टाचार का यह मामला दैनिक भास्कर द्वारा 14 दिसंबर को किए गए एक बड़े खुलासे के बाद सामने आया है। भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि विकास कार्यों की अनुशंसा करने के नाम पर विधायक 40% तक कमीशन ले रहे हैं। इसी खुलासे के बाद अब विधायक निधि से कराए गए सभी कामों की विस्तृत जांच की जा रही है।
40% कमीशन की मांग
दैनिक भास्कर ने इस भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए एक डमी फर्म का सहारा लिया था। भास्कर रिपोर्टर ने एक ऐसी फर्म के प्रोपराइटर बनकर विधायकों से संपर्क किया, जो खादी ग्रामोद्योग बोर्ड से संबद्ध थी और स्कूलों में दरी-फर्श (कारपेट) की आपूर्ति करती थी। विधायकों ने बिना यह जाने कि इन दरी-पट्टियों की वास्तविक कीमत क्या है या स्कूलों में इनकी आवश्यकता है भी या नहीं, अनुशंसा करने के लिए तुरंत सहमति दे दी। उनका एकमात्र प्रश्न कमीशन के प्रतिशत पर केंद्रित था।
विधायक पति ने की 40 लाख की डील
इस स्टिंग ऑपरेशन में खींवसर (नागौर) से भाजपा विधायक रेवंतराम डांगा, हिंडौन (करौली) से कांग्रेस की अनीता जाटव और बयाना (भरतपुर) से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत शामिल थे। भाजपा विधायक डांगा ने 40% कमीशन पर 50 लाख के काम का वादा किया था। वहीं, कांग्रेस विधायक अनीता ने 50 हजार रुपये लिए और 80 लाख का लेटर दे दिया। निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत के पति ने तो सीधे 40 लाख रुपये में डील फाइनल कर दी थी। डांगा और अनीता ने तो जिला परिषद के सीईओ के नाम अनुशंसा-पत्र भी सौंप दिए थे।
पोस्टर लगाकर विरोध
इस घटनाक्रम से पहले, 15 दिसंबर की देर रात बयाना के रूपवास में हनुमान तिराहे पर विधायक ऋतु बनावत और उनके पति ऋषि बंसल के खिलाफ पोस्टर लगाए गए थे। इन पोस्टरों पर "कमीशन खोर बयाना-रूपवास छोड़" और "बयाना विधायक का नारा अब 40 प्रतिशत रहेगा हमारा" जैसे नारे लिखे थे। इन पोस्टरों के बाद विधायक बनावत के देवर रविंद्र बंसल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।
सरकार की कार्रवाई: खाते सीज
दैनिक भास्कर के इस बड़े खुलासे के बाद भजनलाल सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। विधायक कोष से अनुशंसा करने के नाम पर कमीशन मांगने वाले तीनों विधायकों के एमएलए लैड (MLA LAD) खाते सीज कर दिए गए हैं। राजस्थान में प्रत्येक विधायक को विधानसभा सदस्य स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के अंतर्गत सालाना 5 करोड़ रुपये मिलते हैं, जिनका उपयोग वे अपने क्षेत्र के विकास कार्यों के लिए करते हैं। इन खातों को सीज करना एक महत्वपूर्ण कदम है।