Highlights
* भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यक्रमों ने राजस्थान भाजपा में हलचल पैदा कर दी।
* राजे ने चुनाव से पहले शक्ति प्रदर्शन किया।
* जयपुर में अशोक गहलोत सरकार को घेरने के लिए विरोध प्रदर्शन किया।
जयपुर | शनिवार को राजस्थान में मौसम का पारा भले ही कुछ राहत भरा रहा हो लेकिन, सियासी पारा काफी गरमाया रहा।
भारतीय जनता पार्टी के दो कार्यक्रमों ने राजस्थान भाजपा में हलचल पैदा कर दी। जहां एक और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने सालासर बालाजी धाम में अपने जन्मदिन मनाने के बहाने केन्द्र की मोदी सरकार तक का ध्यान अपनी और खींच लिया।
राजे ने राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले खुद की ताकत का अहसास कराने के लिए शक्ति प्रदर्शन किया। वहीं, दूसरी ओर, राजे गुट से अलग भाजपा नेताओं ने राजधानी जयपुर में अशोक गहलोत सरकार को घेरने के लिए विरोध प्रदर्शन किया।
पेपरलीक के मुद्दे पर जयपुर में कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध-प्रदर्शन किया।
सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ हिरासत में
प्रदेश की राजधानी जयपुर में भारतीय जनता पार्टी के हजारों कार्यकर्ता एक साथ जुटे और गहलोत सरकार के खिलाफ आवाज उठाते हुए मुख्यमंत्री आवास को घेरने के लिए आगे बढ़े।
भाजपा नेताओं की अगुवाई में भारी समर्थकों का हुजूम जैसे ही भाजपा कार्यालय से आगे बढ़ा तो पुलिस ने इन्हें सिविल लाइंस फाटक पर रोक दिया। जिसके चलते भाजपा कार्यकर्ता पुलिस से भिड़ गए। ऐसे में पुलिस ने लाठियां भांजते हुए उन्हें खदेड़ा।
विरोध प्रदर्शन बढ़ता देख पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछारें भी भीड़ पर छोड़कर समर्थकों को तितर-बितर किया।
यहीं नहीं, पुलिस ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को हिरासत में ले लिया।
आपको बता दें कि, राजस्थान में लगातार हो रही पेपर लीक होने की घटनाओं ने युवाओं के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। इसी को मुद्दार बनाकर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने गहलोत सरकार को घेरने का काम किया।
सुबह प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया, विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी समेत कई दिग्गज नेताओं नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री आवास के घेराव को लेकर कार्य योजना बनाई और बीजेपी कार्यालय से जनसभा का आयोजन करते हुए सीएम हाउस की ओर कूच किया।
भाजपा नेताओं का कहना है कि, गहलोत सरकार में पेपर लीक होने का रिकॉर्ड बन गया है। कांग्रेस से जुड़े लोग ही पेपर लीक मामले में पकड़े गए हैं फिर गहलोत सरकार उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है।