भाजपा में टिकट पर संग्राम: प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी पर लोगों ने उतारा गुस्सा, पोस्टर फाड़े, पुतला जलाया
भाजपा ने अपनी दूसरी लिस्ट में नरपत सिंह राजवी (Narpat Singh Rajvi) को चित्तौड़गढ़ विधानसभा से चुनावी मैदान में उतार दिया। जिसके चलते वहां के विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या (Chandrabhan Singh Aakya) का टिकट काट दिया गया।
जयपुर | राजस्थान में भाजपा की पहली सूची आने के बाद शुरू हुआ घमासान अभी थमा भी नहीं था कि अब दूसरी सूची ने तो उस आग को और बढ़का दिया है।
अब तो भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी भी इसमें बुरी तरह से घिर गए हैं।
दरअसल, भाजपा ने अपनी पहली सूची में जयपुर की विद्याधर नगर सीट से विधायक नरपत सिंह राजवी का टिकट काट दिया था।
जिसके बाद उनके समर्थकों में भारी आक्रोश देखा गया ऐसे में बगावत के डर से भाजपा ने अपनी दूसरी लिस्ट में नरपत सिंह राजवी (Narpat Singh Rajvi) को चित्तौड़गढ़ विधानसभा से चुनावी मैदान में उतार दिया।
जिसके चलते वहां के विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या (Chandrabhan Singh Aakya) का टिकट काट दिया गया।
ऐसे में राजवी की तो भरपाई कर दी गई, लेकिन आक्या के समर्थक इससे नाराज हो गए और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को इसका जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया।
आक्या का टिकट कटने से उनके समर्थकों ने अपना आपा खोते हुए सीपी जोशी के खिलाफ भड़ास निकाली और उनके पोस्टर फाड़ डाले।
कहीं पर तो उनकी शव यात्रा निकालकर भी विरोध जताया गया।
दूसरी लिस्ट आने के बाद से सीपी जोशी के खिलाफ शुरू हुआ विरोध रविवार को भी जारी रहा।
समर्थकों का आरोप है कि सीपी जोशी के कारण ही उनके चहेते नेता आक्या का टिकट कटा है।
रविवार को भी आक्या समर्थकों ने कई जगह सीपी जोशी का पुतला दहन किया। साथ ही शव यात्रा निकालकर विरोध जताया।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो आक्या के समर्थकों ने सीपी जोशी के घर पर भी पत्थरबाजी की है।
वहीं दूसरी ओर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी का कहना है कि टिकट का चयन को लेकर उनकी कोई भी भूमिका नहीं है। किस उम्मीदवार को टिकट देना है या काटना है ये फैसला पार्टी नेतृत्व करता है।