Rajasthan: बजाज जनरल इंश्योरेंस ने मोटर धोखाधड़ी पर जयपुर में FIR दर्ज की

बजाज जनरल इंश्योरेंस (Bajaj General Insurance) ने जयपुर (Jaipur) के विधायक पुरी थाना (Vidhayak Puri Police Station) में मोटर इंश्योरेंस धोखाधड़ी के प्रयास के लिए एक इंश्योर्ड व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है।

जयपुर में बजाज इंश्योरेंस ने दर्ज की FIR

जयपुर | बजाज जनरल इंश्योरेंस (Bajaj General Insurance) ने जयपुर (Jaipur) के विधायक पुरी थाना (Vidhayak Puri Police Station) में मोटर इंश्योरेंस धोखाधड़ी के प्रयास के लिए एक इंश्योर्ड व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज कराई है। यह मामला तब सामने आया जब एक इंश्योर्ड व्यक्ति ने कंपनी को धोखा देने की कोशिश की, जिससे कंपनी को कानूनी कार्रवाई करनी पड़ी।

बजाज जनरल इंश्योरेंस (पूर्व नाम बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड) ने जयपुर में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने विधायक पुरी थाना में एक ऐसे इंश्योर्ड व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, जिसने संदिग्ध मोटर इंश्योरेंस "ओन डैमेज (OD)" क्लेम करके कंपनी को धोखा देने का प्रयास किया था। यह घटना इंश्योरेंस धोखाधड़ी के खिलाफ कंपनी की ज़ीरो-टॉलरेंस नीति को दर्शाती है।

धोखाधड़ी का खुलासा और गहन जांच

यह मामला तब सामने आया जब इंश्योर्ड व्यक्ति ने 1 मई 2024 से शुरू हुई पॉलिसी के तहत एक ओन डैमेज क्लेम दर्ज किया। उसने दावा किया कि घटना 15 जून 2024 को हुई थी। हालांकि, कंपनी की गहन जांच में क्लेम दर्ज करते समय दी गई जानकारियों में कई गंभीर गड़बड़ियां पाई गईं।

जांच के दौरान जमा किए गए साक्ष्यों से स्पष्ट रूप से पता चला कि वाहन को वास्तव में 24 अप्रैल, 2024 को नुकसान हुआ था। यह तारीख पॉलिसी की शुरुआत तिथि से भी पहले की थी, जो धोखाधड़ी का एक स्पष्ट संकेत था।

आगे की जांच में यह भी पता चला कि पॉलिसी खरीदते समय सबमिट की गई प्री-इंस्पेक्शन फोटो उसी मॉडल के किसी दूसरे वाहन की थीं। यह एक सुनियोजित धोखाधड़ी का हिस्सा प्रतीत होता है, जहां गलत जानकारी देकर पॉलिसी प्राप्त की गई थी।

सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि क्लेम करने वाले ने वास्तविक जगह और पहले बताई गई जगहों दोनों में से किसी भी जगह पर इस दुर्घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी थी। यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसे किसी भी वास्तविक दुर्घटना के मामले में फॉलो किया जाना चाहिए।

इसके अतिरिक्त, पॉलिसी जारी होने और भ्रामक जानकारी देने के एक महीने से अधिक समय के बाद क्लेम फाइल किया गया था। सर्विस सेंटर के रिकॉर्ड के अनुसार, वाहन 16 जून 2024 को लाया गया था। ये रिकॉर्ड और गूगल मैप्स का डेटा, दोनों ही इंश्योर्ड व्यक्ति की बताई हुई कहानी से मेल नहीं खाते और उसे सीधे तौर पर खारिज करते हैं।

कानूनी कार्रवाई और एफआईआर का महत्व

शुरुआती चरण में अधिकारियों की कार्रवाई करने में कुछ हिचकिचाहट के बावजूद, बजाज जनरल इंश्योरेंस ने इस मामले को कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से आगे बढ़ाया। कंपनी ने इस धोखाधड़ी के खिलाफ दृढ़ता से कदम उठाया, जिससे न्याय सुनिश्चित हो सके।

कई बार अदालत में पेश होने और फोटोग्राफिक सबूत, फास्टैग ट्रांज़ैक्शन रिकॉर्ड, NHAI रेस्क्यू टीम की रिपोर्ट्स तथा सर्विस सेंटर लॉग सहित कई तरह के प्रमाण प्रस्तुत करने के बाद, अदालत ने जयपुर के विधायक पुरी थाना में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। यह निर्णय बजाज जनरल इंश्योरेंस के अथक प्रयासों का परिणाम था।

यह एफआईआर गंभीर अपराधों के लिए रजिस्टर की गई है, जो भविष्य में इस तरह के मामलों के लिए एक मज़बूत उदाहरण स्थापित करती है। यह मामला दिखाता है कि धोखाधड़ी वाले क्लेम से निपटने में लगातार फॉलो-अप, रणनीतिक कानूनी कदम और डेटा-आधारित जांच कितने महत्वपूर्ण हैं।

भारत की इंश्योरेंस इंडस्ट्री हर साल इंश्योरेंस धोखाधड़ी के कारण अरबों रुपये गंवा देती है। इस तरह की एफआईआर से धोखाधड़ी करने वालों को एक कड़ा संदेश मिलता है और इंडस्ट्री में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा मिलता है।

बजाज जनरल इंश्योरेंस की प्रतिबद्धता

बजाज जनरल इंश्योरेंस में धोखाधड़ी के प्रति ज़ीरो-टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाती है। कंपनी आगे भी पॉलिसीधारकों के द्वारा की जाने वाली धोखाधड़ी की गतिविधियों की सक्रिय रूप से जांच और कार्रवाई करना जारी रखेगी। यह उनकी अपने वास्तविक ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

बजाज जनरल इंश्योरेंस अपने पॉलिसीधारकों से अनुरोध करती है कि वे धोखाधड़ी की गतिविधियों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध व्यवहार की तुरंत रिपोर्ट करें। कंपनी सभी से आग्रह करती है कि इंश्योरेंस धोखाधड़ी के परिणामों और उससे इस इंडस्ट्री और हमारे समाज पर पड़ने वाले प्रभाव को समझें।

कंपनी इस मामले को सुलझाने के लिए अधिकारियों और न्यायिक प्रक्रियाओं के साथ सहयोग जारी रखेगी। बजाज जनरल इंश्योरेंस वास्तविक पॉलिसीधारकों की सुरक्षा और इंश्योरेंस सेक्टर में ईमानदारी बनाए रखने के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।