बिहार : NDA सरकार का फार्मूला तय, नीतीश CM, महिला डिप्टी CM संभव

बिहार (Bihar) में नई एनडीए (NDA) सरकार का फार्मूला लगभग तय हो गया है। मौजूदा सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही फिर से प्रदेश के मुखिया की कमान संभालेंगे। महिलाओं के समर्थन को देखते हुए भाजपा (BJP) महिला डिप्टी सीएम (Deputy CM) का दांव खेल सकती है। नीतीश ने आज कैबिनेट बैठक बुलाई है और शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को संभव है।

पटना: बिहार (Bihar) में नई एनडीए (NDA) सरकार का फार्मूला लगभग तय हो गया है। मौजूदा सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ही फिर से प्रदेश के मुखिया की कमान संभालेंगे। महिलाओं के समर्थन को देखते हुए भाजपा (BJP) महिला डिप्टी सीएम (Deputy CM) का दांव खेल सकती है। नीतीश ने आज कैबिनेट बैठक बुलाई है और शपथ ग्रहण समारोह बुधवार को संभव है।

बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, क्योंकि नई एनडीए सरकार के गठन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर रविवार को गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें नई सरकार के स्वरूप और मंत्रिमंडल विस्तार पर गहन चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में नीतीश कुमार को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने पर सहमति बनी है, जो राज्य में स्थिरता और गठबंधन की एकजुटता का प्रतीक होगा।

जानकार सूत्रों का कहना है कि चुनाव में एनडीए को महिलाओं का भरपूर समर्थन मिला है, खासकर भाजपा को, जिसने 13 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था और उनमें से 11 ने शानदार जीत दर्ज की है। इसी को देखते हुए भाजपा इस बार एक महिला उपमुख्यमंत्री का दांव खेल सकती है, जो न केवल महिला सशक्तिकरण का संदेश देगा, बल्कि पार्टी के जनाधार को और मजबूत करेगा। मंगलवार तक भाजपा विधायक दल की बैठक होने की संभावना है, जिसके बाद एनडीए विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से नेता चुना जाएगा।

मंत्रिमंडल का संभावित स्वरूप और हिस्सेदारी

मंत्रिमंडल गठन के फार्मूले के तहत, गठबंधन में शामिल प्रत्येक दल को लगभग 5-6 विधायकों पर एक मंत्री पद मिलेगा। इस गणित के हिसाब से, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के मुख्यमंत्री के अलावा 14-15 मंत्री पद मिल सकते हैं। वहीं, सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खाते से 16-17 मंत्री बनाए जा सकते हैं, जिससे सरकार में उसकी मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित होगी।

चिराग पासवान और अन्य सहयोगी दलों की भूमिका

सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव में एनडीए की बंपर जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान को राज्य की राजनीति में आने पर उपमुख्यमंत्री का पद ऑफर किया जा सकता है। हालांकि, उनकी प्राथमिकता केंद्रीय मंत्री बने रहने की है। यदि वे केंद्रीय राजनीति में बने रहते हैं, तो उनके दल को तीन मंत्री पद मिल सकते हैं। इसके अतिरिक्त, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) को भी एक-एक मंत्री पद दिया जाएगा, जिससे गठबंधन के सभी घटकों को उचित प्रतिनिधित्व मिल सके। पहले की तरह यदि भाजपा दो उपमुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लेती है, तो एक पद निश्चित रूप से किसी महिला नेता को दिया जा सकता है।

नीतीश की कैबिनेट बैठक और शपथ ग्रहण की तैयारी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को वर्तमान कैबिनेट की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक के बाद वह अपने पद से इस्तीफा देंगे और राज्यपाल के समक्ष फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह इसी सप्ताह, संभवतः बुधवार को आयोजित होने की प्रबल संभावना है, जिसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

दिल्ली और पटना में नेताओं की सक्रियता

उधर, पटना में रविवार को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नेताओं और नवनिर्वाचित विधायकों के मिलने का सिलसिला जारी रहा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने भी उनसे मुलाकात कर बधाई दी और आगे की रणनीति पर चर्चा की। दिल्ली में भी जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और पार्टी कोटे से केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। भाजपा और जदयू दोनों ने अपने-अपने विधायकों को सोमवार को पटना में ही रहने के सख्त निर्देश दिए हैं, ताकि विधायक दल की बैठकों में उनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित हो सके और सरकार गठन की प्रक्रिया सुचारु रूप से संपन्न हो।