राजपूतों की हुंकार, EWS आरक्षण 20% बढ़े: पूर्वी राजस्थान क्षत्रिय समागम में EWS आरक्षण बढ़ाने की मांग
जयपुर. पूर्वी राजस्थान क्षत्रिय समाज (East Rajasthan Kshatriya Society) ने समागम में EWS आरक्षण 20% तक बढ़ाने की मांग की. शक्ति सिंह बांदीकुई ने समाज के अधिकारो
जयपुर. पूर्वी राजस्थान क्षत्रिय समाज (East Rajasthan Kshatriya Society) ने समागम में EWS आरक्षण 20% तक बढ़ाने की मांग की. शक्ति सिंह बांदीकुई ने समाज के अधिकारों पर जोर दिया.
जयपुर में पूर्वी राजस्थान क्षत्रिय समाज समागम भव्यता से संपन्न हुआ. इसमें सैकड़ों प्रतिनिधियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया.
भरतपुर, धौलपुर, करौली, दौसा, अलवर से लोग आए थे. सवाई माधोपुर, बहरोड़, डीग और खेरथल-तिजारा के प्रतिनिधि भी शामिल थे.
आरक्षण की मुख्य मांगें
मुख्य वक्ता शक्ति सिंह बांदीकुई ने जोरदार आवाज उठाई. उन्होंने समाज के अधिकारों के लिए बात रखी.
उन्होंने EWS आरक्षण को 20% तक बढ़ाने की मांग की. यह वृद्धि जनसंख्या के आधार पर होनी चाहिए.
पंचायत राज में भी EWS को आरक्षण मिलना चाहिए. यह SC/ST और OBC की तरह हो.
केंद्र सरकार का EWS आरक्षण सरल बने. इसे राजस्थान की तरह व्यावहारिक किया जाए.
राजनीतिक प्रतिनिधित्व और चेतावनी
शक्ति सिंह बांदीकुई ने राजनीतिक प्रतिनिधित्व की कमी पर चिंता जताई. यह एक गंभीर मुद्दा है.
पूर्वी राजस्थान की 35 विधानसभा सीटों में एक राजपूत विधायक है. पांच लोकसभा सीटों पर कोई सांसद नहीं है.
उन्होंने सरकारों को संवेदनशील होने की चेतावनी दी. मांगें न मानने पर सशक्त आंदोलन होगा.
शिक्षा और सामाजिक कार्य
यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन ने शिक्षा में कार्य किए. चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल ने जानकारी दी.
संस्था ने एक साल में चार करोड़ से अधिक राशि दी. यह राशि छात्रवृत्ति के रूप में प्रदान की गई.
समाज का संगठन और सम्मान
समाज के प्रबुद्धजनों ने संगठन पर बल दिया. सशक्त होकर भागीदारी सुनिश्चित करना समय की मांग है.
कई विशिष्ट विभूतियों को सम्मान प्रदान किया गया. उन्हें "पूर्वी राजस्थान क्षत्रिय समाज गौरव सम्मान" मिला.
इनमें सेवानिवृत्त आईएएस रामवीर सिंह भंवर शामिल थे. सीनियर सर्जन डॉ. एस.पी. सिंह भी सम्मानित हुए.
पत्रकार भंवर पुष्पेंद्र और शिवेंद्र सिंह परमार को भी सम्मान मिला. अन्य क्षेत्रों के लोग भी सम्मानित हुए.
कार्यक्रम "युवा शक्ति संयोजन" के तत्वावधान में हुआ. यह वैशाली नगर के कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ.
यहां उत्साह, विचारशीलता और सामाजिक प्रतिबद्धता का संगम था. यह एक अद्भुत अनुभव था.