राजस्थान में AAP की सरकार बनाने का दावा: मनोरंजन इंडस्ट्री को छोड़ ’गायत्री बिश्नोई ने संभाला राजनीतिक मोर्चा

कभी ग्लैमर की दुनिया में रही गायत्री बिश्नोई अब पूरी तरह से  राजनीतिक रंग में रंग चुकी हैं। राजस्थान में इस साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर आम आदमी पार्टी ने भी अपने पांव मजबूत करने के लिए कमर कस ली है।

Gayatri Bishnoi

जयपुर | मनोरंजन इंडस्ट्री का जाना-माना चेहरा ’गायत्री बिश्नोई अब राजनीतिक मोर्चे पर उतर गई हैं। 

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल की ’आम आदमी पार्टी’ ने यंगेस्ट गायत्री देवी को आप महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। 

जिसके बाद उन्होंने राजस्थान में ’आप’ की सरकार बनाने का दावा किया है। गायत्री विश्नोई का कहना है कि वो आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल से बेहद प्रभावित हैं।
 
कभी ग्लैमर की दुनिया में रही गायत्री बिश्नोई अब पूरी तरह से  राजनीतिक रंग में रंग चुकी हैं।

राजस्थान में इस साल के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को लेकर जहां भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस चुनावी तैयारियों में बिजी हो चुकी हैं वहीं आम आदमी पार्टी ने भी प्रदेश में अपने पांव मजबूत करने के लिए कमर कस ली है।

पहले दिल्ली, फिर पंजाब में कांग्रेस से सत्ता छीनने के बाद अब ’आप’ की नजर राजस्थान विधानसभा चुनावों पर है।

इसके लिए पार्टी ने कोटा के नीवन पालीवाल को प्रदेश अध्यक्ष तो बाड़मेर जिले की गायत्री बिश्नोई को महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है।

जानें गायत्री बिश्नोई के बारे में

राजस्थान में ’आप’ की कमान संभालने वाली महिला मोर्चा की प्रदेशाध्यक्ष गायत्री बिश्नोई ग्लैमर जगत का फेमस चेहरा हैं।

एमटी चैनल के ’रोडीज’ शो का हिस्सा बन चुकी गायत्री  प्रोडक्शन हाउस दृश्यम फिल्म में भी काम कर चुकी हैं। 

इसी के साथ गायत्री ने बीबीसी के साथ भी एक डॉक्यूमेंट्री में काम किया है। 

राजधानी जयपुर में करीब डेढ़ साल तक पत्रकारिता कर चुकी गायत्री प्रोडेक्शन हाऊस, पत्रकारिता साथ एक एनजीओ से भी जुड़ी हुई है।

इसी के साथ वे दूरदर्शन चैनल में भी काम कर अपने अनुभव शेयर कर चुकी हैं।

माता-पिता का मिला पूरा समर्थन

गायत्री बिश्नोई के पिता का नाम बीराराम बिश्नोई हैं और वे आर्मी में सूबेदार मेजर पद से रिटायर हैं। उनकी मां का नाम बाबूदेवी हैं।

पिता साल 2006 में आर्मी से रिटायर हो चुके हैं। गायत्री के पिता ने हमेशा अपनी बेटी की पढ़ाई को लेकर उनका समर्थन किया और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए जयपुर भेजा।

गायत्री ने साल 2014 से लेकर 2016 के बीच जयपुर में ही पत्रकारिता की पढ़ाई की है।

जयपुर में सालों से काम कर रही हैं गायत्री

मूल रूप से बाढ़मेर की गायत्री बिश्नोई सालों से जयपुर में रह रही हैं। उनका जयपुर में कड़ों का शोरूम है।

गायत्री ने एक एनजीओ से जुड़कर कच्ची बस्तियों के बच्चों को पढ़ाने का काम भी किया। वे शिल्प सृजन संस्थान एनजीओ की सचिव भी है।