Rajasthan Hit and Run: जयपुर: पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा के नाबालिग बेटे ने ऑडी से 3 कारों को मारी टक्कर, 2 घायल
जयपुर (Jaipur) में पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार ऑडी कार से 3 गाड़ियों को टक्कर मार दी, जिसमें 2 लोग घायल हो गए।
जयपुर: जयपुर (Jaipur) में पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) के नाबालिग बेटे ने तेज रफ्तार ऑडी कार से 3 गाड़ियों को टक्कर मार दी, जिसमें 2 लोग घायल हो गए।
तेज रफ्तार ऑडी ने 3 कारों को मारी टक्कर
मंगलवार दोपहर जयपुर के प्रताप नगर थाना इलाके में एनआरआई सर्किल पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया।
पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा के नाबालिग बेटे ने अपनी तेज रफ्तार ऑडी कार से तीन गाड़ियों को जोरदार टक्कर मार दी।
इस हादसे में स्विफ्ट कार पीछे से पूरी तरह पिचक गई और ऑडी कार का अगला हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हो गया।
टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑडी कार के एयरबैग भी खुल गए।
हादसे में स्विफ्ट कार सवार पुलकित पारीक और उनकी दोस्त सुरभि घायल हो गए।
पुलकित पारीक अपनी दोस्त सुरभि के भाई के इलाज के लिए ब्लड लेकर ठाकुरिया हॉस्पिटल जा रहे थे, तभी यह घटना हुई।
घायलों को निजी वाहन से जाना पड़ा अस्पताल
घायल पुलकित पारीक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि पुलिस ने उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में कोई मदद नहीं की।
उन्हें अपने इलाज के लिए एक निजी गाड़ी से अस्पताल जाना पड़ा।
यह घटना दोपहर करीब 2:11 बजे हुई, जब उनकी स्विफ्ट कार को पीछे से ऑडी ने टक्कर मारी।
नाबालिग आरोपी ने दी धमकी, पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
हादसे के बाद जब लोगों ने ऑडी कार चला रहे लड़के को रोका तो उसने पुलकित और सुरभि के साथ मारपीट शुरू कर दी।
नाबालिग आरोपी ने खुद को पूर्व मंत्री राजकुमार शर्मा का बेटा बताया और लोगों को धमकाते हुए कहा कि "मेरा तुम लोग कुछ नहीं बिगाड़ सकते।"
उसने यह भी कहा कि गाड़ी की मरम्मत करवा दी जाएगी।
पुलकित ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मौके से आरोपी को छोड़ दिया और करीब 5 घंटे तक उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की।
थाना पुलिस पर घायलों की मदद न करने और आरोपी के प्रति नरम रवैया अपनाने के गंभीर आरोप लगे हैं।
पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद दर्ज हुई FIR
एफआईआर दर्ज न होने पर पीड़ित पुलकित पारीक ने पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ से शिकायत की।
पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद ही प्रताप नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज की जा सकी।
रिपोर्ट के अनुसार, मामला बीएनएस की धारा 281 और 125(ए) के तहत दर्ज किया गया है।
पुलकित पारीक ने बुधवार शाम तक भी पुलिस द्वारा कोई सहायता न मिलने और किसी अधिकारी द्वारा संपर्क न किए जाने की बात कही।
यह घटना एक बार फिर सड़क सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, खासकर जब आरोपी किसी प्रभावशाली व्यक्ति का बेटा हो।
पुलिस की शुरुआती निष्क्रियता ने मामले को और भी गंभीर बना दिया है।