Jalore, Rajasthan: जालोर में महिला का अधजला शव मिला, बच्चे के बयान से खुला राज
जालोर (Jalore) जिले के रानीवाड़ा (Raniwara) में महिला गोमती देवी (Gomati Devi) का अधजला शव मिला। पुलिस ने आरोपी लसाराम (Lasaram) को हिरासत में लिया। बच्चे के बयान से हत्या का राज खुला।
जालोर: जालोर (Jalore) जिले के रानीवाड़ा (Raniwara) में महिला गोमती देवी (Gomati Devi) का अधजला शव मिला। पुलिस ने आरोपी लसाराम (Lasaram) को हिरासत में लिया। बच्चे के बयान से हत्या का राज खुला।
रानीवाड़ा में महिला का अधजला शव मिलने से सनसनी
जालोर जिले के रानीवाड़ा क्षेत्र में मंगलवार को चरपटिया मार्ग के पास एक महिला का अधजला शव मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद रानीवाड़ा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया और आवश्यक कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए शव को कब्जे में लिया।
शव को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रानीवाड़ा के मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
प्रारंभिक जांच और परिजनों की मदद से मृतका की पहचान दूधवट गांव की निवासी गोमती देवी के रूप में हुई।
गोमती देवी के परिजनों ने इस घटना को एक निर्मम हत्या करार देते हुए पुलिस से मामले की निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है।
उन्होंने दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाने की अपील भी की है।
पुलिस हिरासत में मुख्य आरोपी लसाराम
इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे में रानीवाड़ा पुलिस ने सराहनीय तत्परता दिखाई है।
पुलिस ने इस मामले में मेडा निवासी लसाराम (50) को हिरासत में ले लिया है, जो मुख्य आरोपी बताया जा रहा है।
पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ और जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि आरोपी लसाराम ने अपराध के सबूत मिटाने के लिए महिला के शव पर पेट्रोल छिड़क कर उसे जलाने का प्रयास किया था।
हालांकि, आरोपी अपने मंसूबों में पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाया क्योंकि महिला का चेहरा पूरी तरह से जल नहीं सका।
चेहरा पूरी तरह से जल न पाने के कारण ही मृतका की पहचान संभव हो सकी, जिससे पुलिस को जांच को सही दिशा में आगे बढ़ाने में बड़ी मदद मिली।
पुलिस अब आरोपी से घटना के पीछे के मकसद और अन्य संभावित साजिशकर्ताओं के बारे में गहन पूछताछ कर रही है।
बच्चे के बयान ने खोला हत्या का गहरा राज
इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में मृतका के बच्चे के बयान ने निर्णायक भूमिका निभाई है।
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 18 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे आरोपी लसाराम ने गोमती देवी और उसके बच्चे को अपनी कार में बिठाकर रानीवाड़ा लाया था।
रानीवाड़ा पहुंचने के बाद, आरोपी ने बच्चे को एक स्थानीय होटल पर बैठा दिया और गोमती देवी को अपने साथ लेकर चला गया।
कुछ समय बाद, आरोपी लसाराम ने गोमती देवी की हत्या कर दी और उसके शव को चरपटिया मार्ग के पास फेंक दिया।
हत्या को अंजाम देने के बाद, आरोपी वापस आया और बच्चे को दूधवट गांव में वापस छोड़ दिया, जैसे कुछ हुआ ही न हो।
गोमती देवी के लापता होने के बाद, परिजनों ने 19 अक्टूबर को रानीवाड़ा पुलिस थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
20 अक्टूबर को, स्थानीय ग्रामीणों और मेघवाल समाज के लोगों ने बच्चे से बातचीत की और उससे मिली जानकारी पुलिस के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग साबित हुई।
बच्चे द्वारा दी गई विस्तृत जानकारी के आधार पर, पुलिस ने भीनमाल से आरोपी लसाराम को हिरासत में ले लिया।
आरोपी लसाराम की निशानदेही पर ही पुलिस ने चरपटिया मार्ग के पास से महिला गोमती देवी का अधजला शव बरामद किया।
आरोपी का आपराधिक इतिहास और आगे की जांच
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी लसाराम नरेगा में मेट का काम करता है और उसका पहले से भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है।
उसके खिलाफ पूर्व में भी कुछ आपराधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आई है, जिसकी पुलिस पुष्टि कर रही है।
पुलिस ने घटनास्थल से हत्या से जुड़े सभी आवश्यक साक्ष्य जैसे फॉरेंसिक नमूने, पेट्रोल के अवशेष और अन्य महत्वपूर्ण सबूत जुटा लिए हैं।
इन साक्ष्यों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे मामले को और मजबूती मिलेगी।
आरोपी लसाराम से लगातार पूछताछ जारी है ताकि इस हत्याकांड के पीछे के वास्तविक मकसद, हत्या में उपयोग किए गए हथियार और किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता का पता चल सके।
प्रारंभिक जांच में यह मामला स्पष्ट रूप से हत्या और सबूत मिटाने के प्रयास का प्रतीत हो रहा है।
रानीवाड़ा पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही इस पूरे प्रकरण का विस्तृत खुलासा होने की उम्मीद है।