Highlights
- सिरोही में पुलिस ने डोडा-पोस्त और पिस्टल जब्त की।
- नाकाबंदी के दौरान तस्कर वाहन छोड़कर भागे।
- वाहन से 2 क्विंटल 62 किलो डोडा-पोस्त बरामद।
- दो दिन में दूसरी बार तस्कर पुलिस के हाथ नहीं लगे।
सिरोही: सिरोही (Sirohi) में पिण्डवाड़ा थाना पुलिस (Pindwara Police Station) ने नाकाबंदी के दौरान एक लग्जरी वाहन से 2 क्विंटल 62 किलो डोडा-पोस्त (Doda Post) और एक पिस्टल (Pistol) जब्त की है। पुलिस का पीछा करने पर तस्कर वाहन छोड़कर फरार हो गए।
नाकाबंदी तोड़कर भागे तस्कर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, उदयपुर रोड पुलिया पर नियमित नाकाबंदी की जा रही थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार लग्जरी वाहन को रुकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक ने पुलिस को चकमा देते हुए वाहन को भगा दिया।
पुलिस दल ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए तस्करों का पीछा करना शुरू कर दिया। पीछा करने के दौरान तस्कर नादिया मार्ग पर वाहन को छोड़कर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
वाहन से भारी मात्रा में डोडा-पोस्त और पिस्टल बरामद
पीछे से आ रही पुलिस टीम ने तत्काल मौके पर पहुंचकर लावारिस हालत में मिले वाहन को जब्त कर लिया। वाहन की गहन तलाशी ली गई, जिसमें चौंकाने वाली चीजें सामने आईं।
वाहन के अंदर से कुल 2 क्विंटल 62 किलो डोडा-पोस्त बरामद किया गया, जिसकी बाजार कीमत लाखों में आंकी जा रही है। इसके साथ ही, पुलिस को वाहन से एक लोडेड पिस्टल भी मिली है, जो इस तस्करी रैकेट की खतरनाक प्रकृति को दर्शाती है।
पुलिस की तलाश पर उठे सवाल
इस गंभीर मामले के संबंध में जब पिण्डवाड़ा थानाधिकारी से संपर्क साधने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। यह घटना पुलिस की कार्रवाई और तस्करों की धरपकड़ को लेकर कई सवाल खड़े करती है।
यह भी उल्लेखनीय है कि महज दो दिन पहले ही पिण्डवाड़ा थाना पुलिस ने जनापुर चौराहे के समीप एक अन्य लग्जरी वाहन से करीब तीन क्विंटल डोडा-पोस्त जब्त किया था। उस मामले में भी तस्कर पुलिस के हाथ नहीं लग पाए थे।
क्या संजीदगी से नहीं हो रही तलाश?
लगातार दो बड़ी डोडा-पोस्त की खेप जब्त होने के बावजूद तस्करों का पुलिस के हाथ न लगना चिंता का विषय है। पुलिस को अभी तक इन फरार तस्करों का कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है।
स्थानीय लोगों का मानना है कि माल जब्त करने के बाद पुलिस शायद उतनी संजीदगी से तस्करों की तलाश नहीं कर रही है। इस तरह की लापरवाही से क्षेत्र में नशे के कारोबार को बढ़ावा मिल सकता है।
पुलिस प्रशासन को इस दिशा में गंभीरता से विचार करते हुए तस्करों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करनी चाहिए। इससे न केवल नशे के कारोबार पर लगाम लगेगी, बल्कि आम जनता में भी सुरक्षा का भाव बढ़ेगा।
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