Highlights
- लेडी प्रिंसिपल ने ऑस्ट्रेलिया में पति की प्रेमिका की हत्या की साजिश रची।
- 15 लाख रुपए में दी गई थी हत्या की सुपारी।
- हत्या के लिए राजस्थान के शूटर्स को शामिल किया गया।
- पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, मुख्य साजिशकर्ता काजल पटेल भी शामिल।
झुंझुनूं: झुंझुनूं (Jhunjhunu) पुलिस ने गुजरात (Gujarat) की लेडी प्रिंसिपल काजल पटेल (Kajal Patel) को गिरफ्तार किया है। उसने ऑस्ट्रेलिया (Australia) में पति की प्रेमिका की हत्या की सुपारी दी थी, जिसके बाद भारत में एक नेटवर्क सक्रिय हुआ।
गुजरात की एक लेडी प्रिंसिपल द्वारा विदेश में अपने पति की प्रेमिका की हत्या की साजिश रचने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
झुंझुनूं पुलिस के हत्थे चढ़ी इस लेडी प्रिंसिपल ने पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
पति के अफेयर से नाराज थी प्रिंसिपल
आरोपी प्रिंसिपल काजल पटेल को पता चला था कि उसके पति का एक नर्स के साथ अफेयर चल रहा है।
बार-बार समझाने के बाद भी वह नर्स पीछे हटने को तैयार नहीं थी, जिससे काजल पटेल बेहद नाराज थी।
वह किसी भी कीमत पर उस नर्स को अपने रास्ते से हटाना चाहती थी, जिसके लिए उसने एक खौफनाक योजना बनाई।
ऑस्ट्रेलिया में रची गई हत्या की साजिश
लगभग छह महीने पहले काजल पटेल अपने पति के साथ ऑस्ट्रेलिया घूमने गई थी।
इसी दौरान उसकी मुलाकात एक ऐसे शख्स से हुई, जिसने खुद को कथित तौर पर सीआईडी अधिकारी बताया।
काजल ने बातों ही बातों में उस शख्स से अपनी परेशानी साझा की और नर्स की हत्या के लिए उसे 15 लाख रुपए की सुपारी दे दी।
यह डील ऑस्ट्रेलिया में ही फाइनल हुई, जिसके बाद हत्या को अंजाम देने के लिए भारत में एक पूरा नेटवर्क सक्रिय हो गया।
भारत में ऐसे फैला सुपारी का जाल
ऑस्ट्रेलिया में सुपारी लेने वाले शख्स ने भारत में अपने एक परिचित ट्रांसपोर्टर को इस योजना में शामिल किया।
यह ट्रांसपोर्टर गुजरात के वडोदरा की एक बड़ी ट्रांसपोर्ट कंपनी से जुड़ा गोपाल शर्मा था।
गोपाल शर्मा ने आगे इस काम के लिए अपने यहां नौकरी करने वाले राजस्थान के रहने वाले अनुज शर्मा को जिम्मा सौंपा।
अनुज शर्मा झुंझुनूं के पिलोद का रहने वाला है और उसे ही हत्या की प्लानिंग और बदमाशों को तैयार करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला।
झुंझुनूं के किलर्स तक पहुंची सुपारी
अक्टूबर में अनुज शर्मा ने भूपेंद्र मेघवाल के माध्यम से सचिन मेघवाल से संपर्क किया।
उसने सचिन को पूरी योजना विस्तार से समझाई और हत्या को अंजाम देने के लिए तैयार किया।
इस साजिश में बाद में हिमांशु जाट, मनोज वाल्मीकि और आकाश वाल्मीकि निवासी पाथड़िया को भी शामिल किया गया।
हत्या के लिए हथियारों की खरीद के लिए अनुज शर्मा से 1 लाख रुपए एडवांस में लिए गए।
मनोज और आकाश वाल्मीकि ने जयपुर से अपने एक साथी के जरिए पिस्टल खरीदी।
पहली कोशिश नाकाम, सुरक्षा बनी बाधा
हथियार मिलने के बाद हिमांशु जाट, सचिन मेघवाल, मनोज वाल्मीकि और आकाश वाल्मीकि अक्टूबर में कार से गुजरात पहुंचे।
वहां अनुज शर्मा ने उन्हें महिला नर्स की फोटो दिखाई और उन्हें नर्स के बारे में पूरी जानकारी दी।
आरोपियों ने नर्स के आने-जाने के रास्ते, उसके शेड्यूल और समय की रेकी की।
लेकिन घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखकर वे डर गए।
उन्हें लगा कि हत्या करने पर वे पकड़े जा सकते हैं, इसलिए उन्होंने तत्काल वारदात को अंजाम नहीं दिया और वापस झुंझुनूं लौट आए।
दबाव बढ़ा, दूसरी योजना बनी
इसके बाद सुपारी की डील करने वाले अनुज शर्मा की ओर से सभी बदमाशों पर नर्स की हत्या जल्दी करने का दबाव बनाया जाने लगा।
दबाव में आकर आरोपियों ने अपने दोस्त शुभम उर्फ चांद शर्मा की शादी के बाद वारदात को अंजाम देने की नई योजना बनाई।
प्रिंसिपल की लव मैरिज और अफेयर का इतिहास
काजल पटेल गुजरात के मेहसाणा जिले के उंझा की रहने वाली है।
उसने 15 साल पहले जीरा मंडी में ब्रोकर का काम करने वाले हार्दिक पटेल से लव मैरिज की थी।
दोनों का एक बेटा भी है, जिससे उनका परिवार पूरा था।
काफी समय पहले हार्दिक का उंझा की ही रहने वाली एक नर्स के साथ अफेयर हो गया था।
जब काजल पटेल को इस बात का पता चला, तो पहले उसकी हार्दिक के साथ और बाद में नर्स के साथ जमकर लड़ाई हुई।
एक बार तो सब कुछ ठीक भी हो गया था और हार्दिक ने नर्स से दूरियां भी बना ली थीं।
अफेयर फिर हुआ शुरू, तनाव बढ़ा
करीब छह महीने पहले काजल को फिर पता चला कि हार्दिक और नर्स के बीच अफेयर बंद नहीं हुआ है।
दोनों के बीच सब कुछ पहले जैसा ही चल रहा था, जिससे काजल का गुस्सा और बढ़ गया।
उसने कई बार नर्स से लड़ाई-झगड़े किए और उसे अपने पति हार्दिक से दूर रहने को कहा।
हालांकि, इसका नर्स पर कोई असर नहीं हुआ, बल्कि वह अब काजल पर भारी पड़ने लगी थी।
इसी कारण काजल पटेल और नर्स के बीच तनाव और विवाद खतरनाक स्तर तक बढ़ गया।
अपने पति को आशिकी में खोने के डर से काजल ने नर्स की हत्या की साजिश रचनी शुरू कर दी।
फिरौती की फायरिंग से खुला राज
21 नवंबर को बदमाश अक्षय पंडित ने अपने साथी सचिन मेघवाल और हिमांशु जाट के साथ मिलकर झुंझुनूं के लिखवा में फिरौती के लिए शराब ठेके पर फायरिंग की।
इसी घटना की जांच के दौरान पुलिस के सामने पूरा सुपारी-किलिंग नेटवर्क सामने आ गया।
लिखवा ठेके पर फायरिंग मामले में पुलिस ने जांच करते हुए सबसे पहले झुंझुनूं के नरहड़ निवासी हिमांशु जाट को गिरफ्तार किया।
हिमांशु जाट की गिरफ्तारी के बाद ही नर्स की हत्या की इस पूरी साजिश का खुलासा हुआ।
अब तक 7 आरोपी गिरफ्तार
हत्या के लिए षड्यंत्र रचने के इस मामले में अब तक कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस ने सुपारी लेने वाले और साजिश में शामिल पिलोद सूरजगढ़ के अनुज शर्मा (22), पाथड़िया के मनोज मेघवाल (30), आकाश उर्फ बिट्टू (21), लीखवा के सचिन उर्फ कालू मेघवाल (24) और भूपेंद्र कुमार (20) को 8 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद 15 दिसंबर को इस पूरी साजिश की मास्टरमाइंड काजल पटेल (39) निवासी गुजरात को भी गिरफ्तार किया गया।
पुलिस काजल पटेल से लगातार पूछताछ कर रही है, ताकि सुपारी देने से लेकर इस नेटवर्क के अन्य सभी कनेक्शनों की जांच की जा सके।
पति की भूमिका की भी जांच
पुलिस फिलहाल इस पहलू की भी गहनता से जांच कर रही है कि क्या नर्स के मर्डर की प्लानिंग में काजल के पति हार्दिक पटेल की भी कोई भूमिका थी।
ऑस्ट्रेलिया में सबसे पहले नर्स की हत्या की सुपारी लेने वाले कथित सीआईडी अधिकारी की गिरफ्तारी की तैयारी भी चल रही है।
पुलिस ने उस शख्स की पहचान भी कर ली है और जल्द ही उसे भी कानून के शिकंजे में लाने की उम्मीद है।
यह मामला एक जटिल आपराधिक नेटवर्क और व्यक्तिगत प्रतिशोध की कहानी को उजागर करता है, जिसकी परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं।
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