प्रजना फाउंडेशन का मिशन: किशोरी क्लबों का गठन और मासिक धर्म स्वच्छता पर कार्यक्रम
अब तक बुधवार को जयपुर के हसनपुरा स्थित बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय में कार्यशालाएं आयोजित की गई
जयपुर। माहवारी स्वच्छता की अलख जगा रहे प्रजना फाउंडेशन के प्रोजेक्ट किशोरी के तहत मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता कार्यक्रम और किशोरी क्लबों के गठन तथा किशोरी किट का वितरण कार्यक्रम में सरकारी स्कूलों की बालिकाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
इन कार्यक्रमों में मासिक धर्म से जुड़े विभिन्न विषयों पर खुलकर चर्चा की गई। छात्राओं को स्वच्छता बनाए रखने के उपाय, योग और आसनों की महत्ता के बारे में बताया गया। माहवारी और महिलाओं की स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए ब्रह्मोस एयरोस्पेस के सहयोग से प्रजना फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे प्रोजेक्ट किशोरी के तहत लगातार कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।
अब तक बुधवार को जयपुर के हसनपुरा स्थित बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय तथा राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय में कार्यशालाएं आयोजित की गई। इन कार्यक्रमों के दौरान सैकड़ों बालिकाओं को किशोरी किट वितरित कर स्वच्छता सामग्री और जागरूकता से संबंधित पठन सामग्री के उपयोग के बारे में बताया गया। किशोरी क्लबों का गठन किया गया। इसमें बालिकाओं ने उत्साह दिखाया।
आपको बता दें कि प्रोजेक्ट किशोरी की शुरुआत करीब एक माह पूर्व 17 अगस्त को उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा जयपुर में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य किशोरियों को मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के महत्व से परिचित कराना और समाज में इस विषय से जुड़े संकोच को समाप्त करना है। इस पहल के तहत मासिक धर्म स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे किशोरियों को उनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उन्हें सशक्त किया जा रहा है।
हसनुपरा में प्रधानाचार्य विनोद पारीक ने प्रजना फाउण्डेशन और ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड ने आभार जताया। वहीं राजकीय प्रवेशिका संस्कृत विद्यालय में प्रधानाचार्य रचना सत्य शर्मा, अध्यापिका रेनु शर्मा और रीना वर्मा ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यशाला की मुख्य बातें प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने स्कूलों में बालिकाओं से संवाद करते हुए मासिक धर्म की स्वच्छता और हाईजीन के महत्व के बारे में बताया। इस अवसर पर हाईजीन किट वितरित किए गए और योगा सेशन भी आयोजित किए गए। साथ ही, बालिकाओं को सुरक्षा और हाईजीन के प्रति जिम्मेदारियों के बारे में भी जागरूक किया गया।
प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य प्रजना फाउंडेशन की संस्थापक प्रीति शर्मा ने बताया कि मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता की अनदेखी से न केवल स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि कई बार सामाजिक संकोच का सामना भी करना पड़ता है।
प्रोजेक्ट किशोरी का उद्देश्य बालिकाओं को स्वच्छता किट्स उपलब्ध कराना और उन्हें इस विषय पर खुलकर बात करने तथा सांस्कृतिक मिथकों को तोड़ने के लिए प्रोत्साहित करना है।