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रंजीत ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड फिल्मों में एक सपोर्टिंग अभिनेता के रूप में की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान नकारात्मक भूमिकाओं के लिए मिली। 1974 में फिल्म "साधना" में उनके अभिनय की सराहना की गई। इसके बाद, रंजीत ने कई बड़ी फिल्में कीं, जिसमें उनकी भूमिकाओं ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी
Bollywood | रंजीत जिनका असली नाम गणेश आचार्य है, भारतीय सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता और फिल्म निर्देशक हैं। वे मुख्यतः हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी भूमिका निभाते हैं और उन्होंने अपने अभिनय और निर्देशन से भारतीय फिल्म उद्योग में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। रंजीत का फिल्मी करियर मुख्यतः 1970 के दशक से शुरू हुआ और उन्होंने अपने करियर में कई यादगार फिल्में दी हैं।
रंजीत का जन्म 12 नवंबर 1948 को महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1970 के दशक में की थी और जल्द ही वे फिल्म इंडस्ट्री में एक जाना-पहचाना चेहरा बन गए। उन्होंने न केवल नकारात्मक भूमिकाओं में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि मुख्य भूमिका में भी अपनी अदाकारी का लोहा भी मनवाया।
रंजीत ने अपने करियर की शुरुआत बॉलीवुड फिल्मों में एक सपोर्टिंग अभिनेता के रूप में की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान नकारात्मक भूमिकाओं के लिए मिली। 1974 में फिल्म "साधना" में उनके अभिनय की सराहना की गई। इसके बाद, रंजीत ने कई बड़ी फिल्में कीं, जिसमें उनकी भूमिकाओं ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।
उनकी सबसे प्रसिद्ध नकारात्मक भूमिकाएं "राम तेरी गंगा मैली", "शक्ति" और "काला सोना" जैसी फिल्मों में देखी गई। रंजीत ने अनेकों फिल्मों में खलनायक के रूप में अपनी छवि बनाई, और यही उनकी पहचान बन गई। वे अपने आक्रामक और प्रभावी अभिनय के लिए जाने जाते थे, जो दर्शकों के दिलों में लंबे समय तक याद रहता था।
अभिनय के अलावा, रंजीत ने फिल्म निर्देशन की ओर भी कदम बढ़ाया। वे एक सफल निर्देशक के रूप में भी उभरे और कई हिट फिल्में दीं। उनके निर्देशन में बनी फिल्में न केवल व्यावसायिक रूप से सफल रही, बल्कि उन्होंने सिनेमा में अपनी कला की नई परिभाषा भी स्थापित की।
रंजीत का व्यक्तिगत जीवन भी काफी दिलचस्प रहा है। वे एक परिवारवादी व्यक्ति हैं और अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करते हैं। वे अपने करियर में आए उतार-चढ़ावों को एक चुनौती के रूप में लेते हैं और उन्हें पार करने का मार्ग हमेशा ढूंढ़ते रहे हैं।
रंजीत का बॉलीवुड इंडस्ट्री में बड़ा योगदान है। उन्होंने न केवल खलनायक की भूमिका को सशक्त किया, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में अपनी छवि और कड़ी मेहनत के द्वारा एक मिसाल भी प्रस्तुत की। वे एक ऐसे अभिनेता और निर्देशक हैं, जिन्होंने अपने अभिनय और निर्देशन में हर रोल को अपनी अद्वितीय शैली में निभाया।
उनकी फिल्में और किरदार आज भी दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बने रहते हैं। रंजीत ने सिनेमा को न केवल मनोरंजन का जरिया बनाया, बल्कि उसे एक कला रूप के रूप में प्रस्तुत भी किया।