मंत्री दिलावर का मानवीय चेहरा: शिक्षा मंत्री दिलावर ने सड़क हादसे में घायल महिला को पहुंचाया अस्पताल

अजमेर (Ajmer) से नागौर (Nagaur) जा रहे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने माकड़वाली (Makarwali) के पास एक सड़क हादसे में घायल लाली रावत (Lali Rawat) को अपनी गाड़ी से पुष्कर अस्पताल (Pushkar Hospital) पहुंचाया।

Madan Dilawar

अजमेर: अजमेर (Ajmer) से नागौर (Nagaur) जा रहे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने माकड़वाली (Makarwali) के पास एक सड़क हादसे में घायल लाली रावत (Lali Rawat) को अपनी गाड़ी से पुष्कर अस्पताल (Pushkar Hospital) पहुंचाया।

मंत्री दिलावर का मानवीय चेहरा

राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का मानवीय चेहरा उस वक्त सामने आया जब वे अजमेर से नागौर जा रहे थे और रास्ते में उन्होंने एक सड़क हादसा देखा।

यह घटना माकड़वाली के पास हुई, जहां लाली रावत नाम की 60 वर्षीय महिला मोटरसाइकिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई थी।

मंत्री की गाड़ियों का काफिला गुजर ही रहा था कि उन्होंने तुरंत गाड़ी रुकवाई।

उन्होंने बिना देर किए घायल महिला को अपनी एस्कॉर्ट गाड़ी में बैठाकर पुष्कर अस्पताल भिजवाया।

मंत्री की इस संवेदनशील पहल को देखकर राहगीर और स्थानीय लोग हैरान रह गए।

अजमेर में थे मंत्री मदन दिलावर

मंत्री मदन दिलावर आज एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे थे।

वे स्वामी विवेकानंद मॉडल विद्यालयों के प्रधानाचार्यों की आमुखीकरण कार्यशाला को संबोधित करने के बाद नागौर के लिए रवाना हो रहे थे।

तभी रेलवे क्रॉसिंग के पास सामने से आ रही मोटरसाइकिल पर सवार एक वृद्ध महिला अचानक गिर गई और बेहोश हो गई।

घायल महिला को तत्काल पहुंचाया अस्पताल

घटना देखते ही मंत्री दिलावर ने तत्काल अपना काफिला रुकवाया।

उन्होंने स्वयं महिला को संभाला और बिना देर किए अपने राजकीय वाहन से उसे अस्पताल पहुंचाया।

मंत्री दिलावर घायल महिला को साथ लेकर राजकीय उप स्वास्थ्य केंद्र पुष्कर पहुंचे।

उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि वृद्धा का उपचार प्राथमिकता से किया जाए और किसी प्रकार की कोई कमी न रहे।

डॉक्टर अभिजीत ने महिला की स्थिति सामान्य बताई, जिसके बाद मंत्री दिलावर नागौर के लिए रवाना हो गए।

बेटे के साथ अजमेर जा रही थी महिला

दुर्घटना में घायल महिला की पहचान लाली रावत पत्नी रतनलाल रावत, निवासी बड़ी होकड़ा, थाना पुष्कर के रूप में हुई है।

वह अपने पुत्र लक्ष्मण के साथ मोटरसाइकिल से अजमेर जा रही थी।

रेलवे क्रॉसिंग के निकट अचानक चक्कर आने से वह सड़क पर गिर गई थी।