Sirohi Rajasthan: सिरोही बार एसोसिएशन: भंवर सिंह देवड़ा निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए

सिरोही (Sirohi) जिला बार एसोसिएशन (District Bar Association) के चुनाव में एडवोकेट भंवर सिंह देवड़ा (Advocate Bhanwar Singh Deora) निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। उनके साथ कोषाध्यक्ष (Treasurer) और पुस्तकालय अध्यक्ष (Librarian) भी बिना मुकाबले के निर्वाचित हुए हैं।

Advocate Bhanwar Singh Deora Sirohi

सिरोही: सिरोही (Sirohi) जिला बार एसोसिएशन (District Bar Association) के चुनाव में एडवोकेट भंवर सिंह देवड़ा (Advocate Bhanwar Singh Deora) निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए। उनके साथ कोषाध्यक्ष (Treasurer) और पुस्तकालय अध्यक्ष (Librarian) भी बिना मुकाबले के निर्वाचित हुए हैं।

एडवोकेट भंवर सिंह देवड़ा सिरोही जिले के उथमण गांव के निवासी हैं। वे पहले भी बार एसोसिएशन सिरोही के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं।

उनके प्रभावी कार्यकाल को देखते हुए वकीलों ने एक बार फिर उन्हें कमान सौंपी है। यह फैसला 12 दिसंबर को होने वाले मतदान से पहले लिया गया।

कई पदों पर निर्विरोध निर्वाचन

जिला बार एसोसिएशन सिरोही के चुनाव में अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और पुस्तकालय अध्यक्ष पद पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। सहसचिव पद पर भी उम्मीदवार बिना मुकाबले के घोषित किए गए।

मुख्य चुनाव अधिकारी एडवोकेट महेश शर्मा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभिन्न पदों के लिए आवेदन पत्र जमा किए गए थे।

भंवरसिंह देवड़ा ने सिरोही के तमाम वकीलों का आभार प्रकट किया है और कहा है कि वे तमाम अधिवक्ताओं की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।

अध्यक्ष पद का रास्ता कैसे साफ हुआ?

अध्यक्ष पद के लिए मानसिंह देवड़ा और नरपत सिंह देवड़ा ने अपने नामांकन वापस ले लिए। इसके बाद भंवर सिंह देवड़ा को निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया गया।

इसी प्रकार, कोषाध्यक्ष पद पर राजेश मेघवाल निर्विरोध निर्वाचित हुए। सहसचिव पद पर नारायण पटेल ने भी बिना मुकाबले जीत हासिल की।

पुस्तकालय अध्यक्ष पद पर हनुमान सिंह सिंधल निर्विरोध निर्वाचित किए गए। यह बार एसोसिएशन के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है।

उपाध्यक्ष और सचिव के लिए होगा मतदान

बार एसोसिएशन में शेष बचे उपाध्यक्ष और सचिव पद के लिए 12 दिसंबर को मतदान होगा। इन पदों पर उम्मीदवारों के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा।

कार्यकारिणी सदस्य पद पर भी निर्विरोध निर्वाचन हुआ है। उमेश कुमार, धीरज कुमार, झूमरमल सोनी और गजेंद्र सिंह रुखड़ा निर्विरोध घोषित किए गए हैं।

यह चुनाव प्रक्रिया पारदर्शिता और आपसी सहमति का एक उदाहरण प्रस्तुत करती है। वकीलों ने एकजुटता दिखाते हुए कई महत्वपूर्ण पदों पर निर्विरोध चयन किया है।