दवा विक्रेता पर धोखाधड़ी का आरोप: सिरोही: दवा विक्रेता पर धोखाधड़ी, युवाओं से हड़पे लाखों, धमकियां
सिरोही (Sirohi) के युवाओं ने एक दवा विक्रेता पर धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकियां देने का आरोप लगाते हुए जिला कलक्टर (District Collector) व पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) को परिवाद दिया है।
सिरोही: सिरोही (Sirohi) के युवाओं ने एक दवा विक्रेता पर धोखाधड़ी कर रुपए हड़पने और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकियां देने का आरोप लगाते हुए जिला कलक्टर (District Collector) व पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) को परिवाद दिया है।
दवा विक्रेता पर गंभीर धोखाधड़ी के आरोप
शहर के कई युवाओं ने एक दवा विक्रेता पर गंभीर धोखाधड़ी करने और उनकी मेहनत की कमाई हड़पने का आरोप लगाया है।
युवाओं ने बताया कि जब वे अपने पैसे वापस मांगने जाते हैं, तो आरोपी उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकियां देता है।
इस पूरे मामले को लेकर पीड़ित युवाओं ने जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक को लिखित में शिकायत दर्ज कराई है।
उन्होंने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने और उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
मुनाफे का झांसा देकर लाखों की ठगी
परिवाद के अनुसार, रामपुरानिवासी दिलीपकुमार प्रजापत नामक दवा विक्रेता शहर के गोयली चौराहे के पास अपनी दुकान चलाता है।
आरोपी दिलीपकुमार लोगों को बड़े मुनाफे का लालच देकर उनसे बड़ी रकम उधार लेता था।
एक बार पैसे मिल जाने के बाद, वह उन्हें लौटाने से साफ इनकार कर देता है।
पैसे का तकाजा करने पर वह न केवल दुर्व्यवहार करता है, बल्कि उन्हें झूठे मामलों में फंसाने की धमकी भी देता है।
यहां तक कि जब पीड़ित अपनी दुकान पर पैसे मांगने जाते हैं, तो वह पुलिस बुलाकर उन्हें डराता-धमकाता है।
विश्वास जीतने के लिए डॉक्टर कक्ष का उपयोग
पीड़ितों ने अपनी शिकायत में बताया कि उन्होंने आरोपी को फोन-पे, आरटीजीएस और नकद सहित विभिन्न माध्यमों से बड़ी राशि दी थी।
आरोपी लोगों का विश्वास जीतने के लिए उन्हें अपनी दुकान पर बुलाता था।
उसने अपनी दवा की दुकान के पास ही एक डॉक्टर कक्ष भी बना रखा है।
इस कक्ष में सरकारी अस्पताल के डॉक्टर भी मरीजों का इलाज करने के लिए आते थे।
आरोपी अपनी दुकान और डॉक्टर कक्ष को दिखाकर लोगों को यह कहकर झांसा देता था कि यहां निवेश करने पर उन्हें भारी मुनाफा मिलेगा।
लाखों रुपए हड़पने के बाद, अब यह दवा विक्रेता न तो पीड़ितों का फोन उठाता है और न ही उनकी राशि लौटाने को तैयार है।
जातिसूचक अपमान और न्याय की मांग
युवकों ने दवा विक्रेता पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उन्हें अपमानित करने और लगातार धमकियां देने का भी आरोप लगाया है।
सुरेशकुमार मीणा, पुष्पेन्द्र राणा, प्रवीणकुमार माली, प्रवीणकुमार मेघवाल और मनीष सगरवंशी सहित कई पीड़ित युवक इस शिकायत के दौरान मौजूद रहे।
इन सभी युवाओं ने प्रशासन से आरोपी दवा विक्रेता के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने और उनकी हड़पी गई राशि तत्काल वापस दिलवाने की पुरजोर मांग की है।