भारत की बड़ी तैयारी: पहले मिग 29 और अब Heron Mark-2 ड्रोन पाकिस्तान-चीन सीमा पर तैनात, लेकिन क्यों

कहा जा रहा है कि मोदी एक बार फिर से कुछ बड़ा धमाका कर सकते हैं। जिस तरह से उन्होंने पहले किया था। आतंकी शिविरों के खात्मे के लिए सीमा पार जाकर जिस तरह से एयर स्ट्राइक की थी। 

Heron Mark-2 Drone

नई दिल्ली | केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार देश के दुश्मनों से निपटने के लिए बड़ी तैयारी कर रही है। जिसके चलते भारत की सीमाओं पर अब आधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस हथियारों और विमानों को तैनात किया जा रहा है। 

देश की सुरक्षा को लेकर केंद्र सरकार लगातार बड़े कदम उठाने में लगी हुई है। 

खबरों की माने तो इन सबको देखते हुए ये भी कहा जा रहा है कि मोदी एक बार फिर से कुछ बड़ा धमाका कर सकते हैं। जिस तरह से उन्होंने पहले किया था।

आतंकी शिविरों के खात्मे के लिए सीमा पार जाकर जिस तरह से एयर स्ट्राइक की थी। 

हाल ही में श्रीनगर में अपग्रेड मिग 29 की तैनाती के बाद चीन और पाकिस्तान से निपटने के लिए भारत ने उत्तरी क्षेत्र में इजरायली ड्रोन हेरोन मार्क-2 तैनात किए हैं। 

- इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज द्वारा बनाए गए ये ड्रोन लडाकू विमानों की तरह ही काम करते हैं। 

- 36 घंटे लगातार उड़ान भरने वाले ये हेरोन मार्क-2 ड्रोन दुश्मनों पर मिसाइल दागने में भी सक्षम है। 

- हेरोन ड्रोन मार्क-2 सैटेलाइट से नियंत्रित होने वाला ड्रोन है, जो 250 किलोग्राम भार के हथियार लेकर उड़ सकता है। 

- ये ड्रोन 35 हजार फीट की ऊंचाई से किसी भी क्षेत्र में लगातार निगरानी कर सकते हैं। ये सैटेलाइट सूचना प्रणाली से लैस है। 

- इन ड्रोन के जरिए एक ही उड़ान में कई मिशन को अंजाम दिया जा सकता है। 

- इसमें थर्माेग्राफिक कैमरा और एयरबॉर्न सर्विलांस विजिबल लाइट भी लगी हुई है।

- ये ड्रोन जीरो डिग्री तापमान पर भी बड़ी सहजता से काम करने में सक्षम है। 

- इनकी खास बात इनमें एंटी जैमिंग तकनीक है जिसे जाम नहीं किया जा सकता है। 

- स्क्वाड्रन लीडर अर्पित टंडन के अनुसार, ये ड्रोन लड़ाकू विमानों के साथ उड़ान भरकर लेजर बीम से दुश्मन को चिंहित करते हैं और फिर लड़ाकू विमान उसे अपना निशाने बनाते हैं। 

- इन ड्रोन की रफ्तार काफी तेज है ये 277 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड़ से उड़ान भरने में सक्षम हैं।

अपग्रेड मिग-29 हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस

श्रीनगर में तैनात किए गए अपग्रेड मिग-29 को बहुत लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और हवा से जमीन पर मार करने वाले हथियारों से लैस किया गया है।