जयपुर ट्रैफिक प्लान 2024: जयपुर में बदला गया ट्रैफिक प्लान, 27 दिसंबर से 4 जनवरी तक चारदीवारी और आमेर में रूट डायवर्जन लागू

नए साल और पर्यटन सीजन के चलते जयपुर पुलिस ने यातायात व्यवस्था में बड़े बदलाव किए हैं। 27 दिसंबर से 4 जनवरी तक चारदीवारी और आमेर क्षेत्र में विशेष रूट डायवर्जन लागू रहेगा।

जयपुर | राजस्थान की राजधानी जयपुर में नववर्ष के स्वागत और पर्यटन सीजन की शुरुआत के साथ ही शहर की यातायात व्यवस्था में व्यापक फेरबदल किया गया है। जयपुर पुलिस प्रशासन को उम्मीद है कि इस साल पर्यटकों की संख्या पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इसी संभावना को ध्यान में रखते हुए पुलिस उपायुक्त यातायात ने 27 दिसंबर से 4 जनवरी तक के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इस योजना का प्राथमिक लक्ष्य शहर के हृदय स्थल यानी चारदीवारी क्षेत्र और विश्व प्रसिद्ध आमेर किले के आसपास सुगम यातायात सुनिश्चित करना है। यह बदलाव स्थानीय निवासियों और बाहर से आने वाले सैलानियों की सुविधा को ध्यान में रखकर किए गए हैं ताकि उत्सव के दौरान किसी को भी जाम की समस्या का सामना न करना पड़े।

ट्रैफिक डायवर्जन और सुचारु संचालन की रणनीति

यातायात पुलिस द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार शहर के प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। बड़ी चौपड़ से सुभाष चौक के बीच यातायात का दबाव सबसे अधिक रहता है। इसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने तय किया है कि आवश्यकता पड़ने पर वाहनों को चार दरवाजा और घोड़ा निकास रोड की ओर डायवर्ट किया जाएगा। यह व्यवस्था विशेष रूप से शाम के समय प्रभावी रहेगी जब बाजारों में स्थानीय खरीदारों और पर्यटकों की भीड़ चरम पर होती है। बांदरवाल गेट से प्रवेश करने वाले वाहनों को नगर परिषद की मोरी और सार्दुल सिंह की नाल जैसे वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करना होगा ताकि मुख्य मार्गों पर दबाव कम किया जा सके।

पर्यटन स्थलों पर विशेष पाबंदियां

जयपुर के ऐतिहासिक सिटी पैलेस और जंतर-मंतर की ओर जाने वाले रास्तों पर वाहनों के प्रवेश को लेकर कड़े नियम बनाए गए हैं। गणगौरी बाजार और आतिश गेट से इन स्मारकों की ओर जाने वाला सामान्य यातायात पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। पुलिस का मानना है कि पैदल चलने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधा के लिए वाहनों की आवाजाही को कम करना अनिवार्य है। इसके अलावा आमेर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को वन-वे किया गया है। रामगढ़ मोड़ से आमेर की ओर वाहन जा सकेंगे लेकिन वापसी के लिए दिल्ली रोड और गलता गेट वाले रास्ते का उपयोग करना होगा। जयगढ़ टी-पॉइंट से आने वाले वाहनों को धोबीघाट चौराहा की ओर डायवर्ट किया जाएगा ताकि आमेर कस्बे में जाम न लगे।

मालवाहक वाहनों और ई-रिक्शा पर प्रतिबंध

शहर की संकरी गलियों में जाम की स्थिति से बचने के लिए पुलिस ने सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक हल्के मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही ई-रिक्शा के संचालन को भी सीमित किया गया है। चारदीवारी के भीतर ई-रिक्शा और अन्य अवैध वाहनों के चलने से यातायात की गति धीमी हो जाती है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन स्वामियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पर्यटक बसों के लिए सांगानेरी गेट को प्रवेश बिंदु बनाया गया है और उनकी निकासी रामगढ़ मोड़ की तरफ से होगी ताकि मुख्य व्यापारिक केंद्रों पर अनावश्यक जाम न लगे।

सार्वजनिक परिवहन और पार्किंग की सुविधा

यातायात पुलिस ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे निजी वाहनों के बजाय जयपुर मेट्रो का अधिक से अधिक उपयोग करें। मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक चलने वाली मेट्रो सेवा शहर के प्रमुख हिस्सों को जोड़ती है जिससे सड़क पर वाहनों का दबाव कम होगा। जो लोग अपने निजी वाहनों से आ रहे हैं उनके लिए रामनिवास बाग स्थित जेडीए भूमिगत पार्किंग और चौगान स्टेडियम में पर्याप्त स्थान सुनिश्चित किया गया है। व्यापारियों को भी सलाह दी गई है कि वे अपने वाहन निर्धारित पार्किंग स्थलों पर ही खड़े करें। सड़क पर अवैध पार्किंग करने वालों के खिलाफ क्रेन से वाहन उठाने की कार्रवाई की जाएगी।

हेल्पलाइन और नागरिक सहयोग

किसी भी आपात स्थिति या यातायात संबंधी जानकारी के लिए पुलिस ने कंट्रोल रूम के नंबर 1095 और 2565630 सक्रिय कर दिए हैं। इसके अलावा व्हाट्सएप हेल्प डेस्क के माध्यम से भी लोग सहायता प्राप्त कर सकते हैं। पुलिस प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपेक्षा की है ताकि गुलाबी नगरी में आने वाले मेहमानों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। यह विशेष यातायात योजना 4 जनवरी तक प्रभावी रहेगी जिसके बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है।