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राजस्थान में इंटरकास्ट मैरिज पर अब सरकार 5 लाख रुपए की जगह 10 लाख रुपए की सहायता राशि दे रही है। सविता बेन अंबेडकर अंतरजातीया विवाह योजना के तहत युवक या युवती में से किसी एक का एससी वर्ग से होना जरूरी है। इस राशि में से 5 लाख रुपए 8 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कराए जाते हैं।
जबकि शेष 5 लाख रुपए दुल्हा-दुल्हन का एक जाइंट बैंक अकाउंट बनाकर जमा कराए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में राशि बढ़ाए जाने की घोषणा की थी।
योजना के तहत 87.5 फीसदी राशि राज्य सरकार व 12.5 फीसदी राशि केंद्र सरकार वहन करती है।
Jaipur।
राजस्थान में इंटरकास्ट मैरिज पर अब सरकार 5 लाख रुपए की जगह 10 लाख रुपए की सहायता राशि दे रही है। सविता बेन अंबेडकर अंतरजातीया विवाह योजना के तहत युवक या युवती में से किसी एक का एससी वर्ग से होना जरूरी है। इस राशि में से 5 लाख रुपए 8 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट कराए जाते हैं।
जबकि शेष 5 लाख रुपए दुल्हा-दुल्हन का एक जाइंट बैंक अकाउंट बनाकर जमा कराए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में राशि बढ़ाए जाने की घोषणा की थी।
योजना के तहत 87.5 फीसदी राशि राज्य सरकार व 12.5 फीसदी राशि केंद्र सरकार वहन करती है।
योजना का उद्देश्य सामाजिक सदभाव को बढ़ावा-
डॉ. सविता बेन अंबेडकर अंतरजातीय विवाह अनुदान योजना चलाकर सामाजिक सदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है।
वर्ष 2006 में जब योजना शुरु हुई थी, तब 50 हजार रुपए की राशि दी जाती थी। 2013 में इसे बढ़ाकर 5 लाख कर दिया गया था।
सरकार ने साल 2023 में फिर योजना के तहत राशि बढ़ाकर दोगुनी कर दी गई है। इस योजना के तहत अनुसूचित जाति व सवर्ण हिदु युवक-युवती के विवाह पर इसका लाभ मिलता है। बशर्ते जोड़े का बालिग होने के साथ जाति, मूल, आयु प्रमाण पत्र के साथ विवाह का पंजीकरण होना आवश्यक है।