सांसदों पर दांव, BJP का फायदा या नुकसान: अब बालकनाथ के समर्थन में जनता गायब, देवजी पटेल झेल रहे विरोध

41 सीटों पर जारी किए गए प्रत्याशियों में से 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। जिसके बाद जिन पूर्व विधायकों और नेताओं का टिकट कट गया है उनमें बगावती चिंगारी पनप रही है। 

baba balaknath

अलवर | Rajasthan Election 2023: भाजपा ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में सांसदों पर दांव खेला है। 

41 सीटों पर जारी किए गए प्रत्याशियों में से 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। जिसके बाद जिन पूर्व विधायकों और नेताओं का टिकट कट गया है उनमें बगावती चिंगारी पनप रही है। 

सांचौर विधान सभा से सांसद देवजी पटेल को उतारना लोगों को इस कदर नागवार लग रहा है कि उनकी गाड़ी पर ही हमला बोल दिया। 

वहीं, राजधानी जयपुर की झोटवाड़ा सीट पर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भाजपा के लोगों द्वारा काले झंडे दिखाए जाने के अब अलवर सांसद बाबा बालकनाथ (Baba Balaknath) को भी लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा है। 

जिसके चलते उन्हों संसदीय क्षेत्र में भाग कर अपनी लाज बचाई है। 

टिकट मिलने के बाद सांसद बालकनाथ पहली बार तिजारा पहुंचे तो उनके साथ समर्थकों की कमी नजर आई। उनका स्वागत भी लोगों ने कुछ खास नहीं किया। 

दरअसल, बाबा बालकनाथ भिवाड़ी से अपना काफिला लेकर निकले और सभी मंदिर और मठों में धोक लगाते हुए तिजारा की ओर निकले। 

जब टपूकड़ा कस्बे में हनुमान मंदिर में ढोक देकर निकल रहे थे तो उनके साथ समर्थक मौजूद नहीं थे। 

ऐसे में बालक नाथ को लोगों की उदासीनता के चलते दौड़ लगाकर अपनी गाड़ी में चढ़ना पड़ा। 

उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 

बालकनाथ के खिलाफ बागी मैदान में

गौरतलब है कि अलवर की तिजारा विधानसभा सीट से बाबा बालकनाथ को टिकट देने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। 

इस सीट से पूर्व विधायक मामन यादव पहले ही अपनी ताल ठोक चुके हैं, लेकिन उनका टिकट कटने से क्षेत्र के लोगों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। 

जिसके चलते बाबा बालक नाथ की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। 

हालांकि, बालकनाथ से कह चुके हैं कि पूर्व विधायक पार्टी के नेता हैं और उनकी पार्टी में वापसी कराई जाएगी, लेकिन उनके समर्थक बालकनाथ का साथ देने को तैयार नहीं दिख रहे हैं।