Highlights
- ग्रामीण विधायक सोलंकी से नाराज दिखाई दिए और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
- इस दौरान ग्रामीण काफी उग्र हो गए और पथराव कर दिया, जिसके चलते पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।
- माहौल खराब होते देख और किसी भी तरह से समझौता नहीं होने पर पायलट व सोलंकी वहां से रवाना हो गए।
जयपुर | कल तक दिल्ली में बैठे राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट जयपुर लौट आए हैं। उनके राजस्थान में आते ही एक बार फिर से राजस्थान की सियासत गरमा गई है।
सोमवार को सचिन पायलट चाकसू के कोटखावदा पहुंचे और रविवार को एक्सीडेंट में मारे गए चार लोगों के परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।
यहां उन्होंने ग्रामीणों एवं अधिकारियों से बातचीत की।
बता दें कि, रविवार यानि कल हरिद्वार से अस्थि विसर्जन कर लौटे परिवार के 6 लोगों को एक थार जीप चालक ने कुचल दिया था।
इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और दो घायलों का जयपुर के एसएमएस अस्पताल में इलाज जारी है।
इस घटना के बाद से परिवार के बाकी बचे लोगों का बेहद बुरा हाल है।
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— राजस्थानी ट्वीट (@8PMnoCM) May 22, 2023
आज सुबह पहुंचे पायलट
सचिन पायलट आज सुबह 11 बजे मृतकों के परिजनों एवं गांव के लोगों से मिलने पहुंचे और उन्हें ढांढस बंधाया। उनके साथ चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी भी मौजूद रहे।
उन्होंने धरनास्थल पर बैठे लोगों से तहसील कार्यालय मेें वार्ता करने की बात कही, लेकिन बात नहीं बनी।
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— राजस्थानी ट्वीट (@8PMnoCM) May 22, 2023
ग्रामीणों ने बरसा दिए पत्थर, पुलिस ने चलाई लाठी
दरअसल, ग्रामीण विधायक सोलंकी से नाराज दिखाई दिए और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान ग्रामीण काफी उग्र हो गए और पथराव कर दिया, जिसके चलते पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।
माहौल खराब होते देख और किसी भी तरह से समझौता नहीं होने पर पायलट व सोलंकी वहां से रवाना हो गए।
बता दें कि मृतकों के परिजन और ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन के बाद अब इसमें बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा भी मैदान में उतर गए हैं ।
हादसे के बाद गुस्साए परिजन अंतिम संस्कार नहीं करने की मांग पर अड़े हैं।
मृतक के परिजन कालूराम गवारिया की ओर से कोटखावदा थाने मामला दर्ज करवाया गया है जिसके बाद इसकी जांच एसीपी चाकसू संध्या यादव को सौंपी गई है।
ऐसे में राजस्थान पुलिस के डीजीपी ने मामले में FIR दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं।
इसके बाद मामले में FIR 0177 दर्ज कर ली गई है जहां आरोपी के खिलाफ धारा 302,307,120(b)और SC-ST एक्ट में मामला दर्ज किया गया है।