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भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में वृक्षारोपण महाभियान की शुरू करने जिम्मेदारी उठाई
इस वर्ष 3500 करोड़ की राशि से 1 लाख से अधिक वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाए जाएंगे।
जयपुर | विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री (CM) भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में वृक्षारोपण महाभियान की शुरू करने जिम्मेदारी उठाई है। इस अभियान के तहत प्रदेशभर में 7 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे।
जिसमें से 3 करोड़ सरकारी भूमि, चरागाह भूमि पर लगाए जाएंगे तो वहीं बाकी 4 करोड़ पौधे में से 3 करोड़ लोगों में रियायती दर पर बांटे जाएंगे। जिससे राज्य में वृक्षारोपण योजना (tree planting scheme) बढ़ाने में मदद मिलेगी।
भारतीय संस्कृति में पर्यावरण बचाने का संदेश
मुख्यमंत्री (CM) भजनलाल शर्मा ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘यह दिन पर्यावरण बचाने के संकल्प लेने को प्रेरित करता है। धरती माता ही एक मात्र आश्रय है। यह इस दिवस के विषय (theme) से पता चलता है। इसलिए हमें कर्तव्य का भी बोध होना चाहिए। भारतीय संस्कृति में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया है।’
उन्होंने कहा कि ‘गोवर्धन की परिक्रमा पर्वतों को सम्मान देने की ओर इशारा करता है। हम नदी, पर्वत, पेड़ की पूजा करते हुए उसे पोषने का प्रयास करते हैं। राजस्थान का लोक पर्यावरण बचाने का संदेश देता है। हम नदियों को मां मानते हैं। राजस्थान वह धरा है, जहां पर्यावरण के लिए लोगों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। राजस्थान की मां अमृता देवी ने अपने परिजनों के साथ आहुति दी, यह कितना बड़ा बलिदान है। यह मिसाल दुनिया में कहीं नहीं मिलेगी, भारत में ही मिलेगी।’
इस साल 1 लाख वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाए जाएंगे
मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे कहा कि ‘हम 20-21 पर AC भी चलाते हैं और कंबल भी ओढ़ते हैं। इससे पर्यावरण का भारी नुकसान होता है। हम चादर न ओढ़ें, 25 पर AC चलाएं तो पर्यावरण को कम नुकसान होगा। प्रकृति के साथ संघर्ष नहीं, तालमेल स्थापित करें। पानी अमूल्य संसाधन है। इसे बचाना हमारे सरकार की जिम्मेदारी है। हम इसके लिए कई प्रयास किए हैं। इस वर्ष 3500 करोड़ की राशि से 1 लाख से अधिक वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाए जाएंगे।’
फोरकास्टिंग सिस्टम शुरू किए जाएंगे
सीएम (CM) ने कहा कि प्रधानमंत्री ने स्वच्छता का महाभियान चलाया। इससे बड़ा परिवर्तन हुआ है। गीले और सूखे कचरे का अलग पात्र घर घर में है। आज आप गलती करेंगे तो एक छोटा बच्चा भी आपको टोक देगा। एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग तंत्र (Air Quality Monitoring System) को दुरुस्त करने के लिए मंडल ने प्रयास किए हैं।
खाली पदों को भरने का प्रयास किया है। जयपुर के लिए शुरू किए गए फोरकास्टिंग सिस्टम (forecasting system) को और शहरों में शुरू किया जाएगा, इसकी उम्मीद है। 28 हजार 500 मेगावाट के अक्षय ऊर्जा के लिए केंद्र से MoU किया है। हम राज्य के शहरों के लिए 500 इलेक्ट्रिक बस (electric bus) उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे प्रदूषण नहीं हो।