Cinema : रजनीकांत का जीवन संघर्ष से सुपरस्टार तक की कहानी

रजनीकांत का जीवन संघर्ष से सुपरस्टार तक की कहानी
रजनीकांत
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Highlights

  • रजनीकांत ने अपने जीवन की शुरुआत एक बस कंडक्टर के रूप में की थी, लेकिन अपने कठिन संघर्ष और मेहनत से उन्होंने भारतीय सिनेमा के सुपरस्टार का दर्जा हासिल किया
  • रजनीकांत न केवल सिनेमा में एक सुपरस्टार हैं, बल्कि समाज सेवा में भी सक्रिय हैं। उन्होंने कई चैरिटेबल कार्यों में हिस्सा लिया है और अपनी कमाई का एक हिस्सा दान किया है। उन्हें पद्मभूषण और पद्मविभूषण जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है 

Jaipur | रजनीकांत, जिनका असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है, भारतीय सिनेमा के एक ऐसे महान अभिनेता हैं जिनकी लोकप्रियता न केवल भारत में, बल्कि दुनियाभर में है। वे तमिल सिनेमा के एक ऐसे सुपरस्टार के रूप में प्रसिद्ध हैं, जिन्होंने अपनी अद्वितीय अभिनय शैली, बेहतरीन संवाद delivery, और आकर्षक व्यक्तित्व के कारण लाखों दिलों में अपनी जगह बनाई है। रजनीकांत का योगदान भारतीय फिल्म उद्योग में अतुलनीय है, और वे आज भी अपनी फिल्मों के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन करते हैं।

रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु, कर्नाटका में हुआ था। उनका परिवार मध्यवर्गीय था और वे एक गरीब पृष्ठभूमि से थे। बचपन में ही रजनीकांत ने अपने जीवन की कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उनके भीतर एक बड़ा सपना था। रजनीकांत ने अपने करियर की शुरुआत बेंगलुरु में एक बस कंडक्टर के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट से अभिनय का प्रशिक्षण लिया और तमिल सिनेमा में अपने करियर की शुरुआत की।

रजनीकांत ने 1975 में अपनी फिल्मी यात्रा की शुरुआत तमिल फिल्म अपूर्व रागंगल से की, जिसमें उन्होंने एक छोटे से भूमिका में अभिनय किया। लेकिन, उनकी असली पहचान 1977 में आई फिल्म भैरवी और 1978 की मूरति से बनी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में अभिनय किया, जो उन्हें तमिल सिनेमा में सुपरस्टार बना दिया।

रजनीकांत की फिल्मों में उनका अभिनय केवल उनके संवादों और अभिनय कौशल के कारण नहीं, बल्कि उनकी शैली, जैसे की उनकी खास आँखों की अदाएँ और उनके ऐक्शन सीन्स भी प्रमुख थे। वे अपनी फिल्मों में एक ऐसे नायक के रूप में प्रस्तुत होते हैं, जो हर मुश्किल को आसान बना देता है।

रजनीकांत की फिल्मों में शिवाजी (2007), एंथीरन (2010), रोबोट (2010), कबाली (2016), 2.0 (2018) और जेलर (2023) जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में शामिल हैं। फिल्म रोबोट और 2.0 ने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई पहचान बनाई।

रजनीकांत की फिल्में हमेशा उनके प्रशंसकों के लिए एक विशेष अनुभव होती हैं। उनके संवाद, विशेषकर जो वे अपने फिल्मों में अपनी लाजवाब शैली से बोलते हैं, उन्हें श्रोताओं के दिलों में एक गहरी छाप छोड़ते हैं। उनके संवादों में गहरी सच्चाई, हास्य, और नायकत्व की भावना होती है।

रजनीकांत न केवल एक महान अभिनेता हैं, बल्कि वे एक सजग और जिम्मेदार नागरिक भी हैं। उन्होंने हमेशा समाज में अपने योगदान को महत्व दिया है। वे कई सामाजिक और चैरिटेबल कार्यों में शामिल रहते हैं। रजनीकांत ने अपनी कमाई का एक हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों की मदद में दान किया है।

उनके अभिनय करियर के अलावा, रजनीकांत को कई पुरस्कारों से भी नवाजा गया है, जिनमें पद्मभूषण और पद्मविभूषण जैसे सर्वोच्च सम्मान शामिल हैं। उन्हें दक्षिण भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए भी कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

रजनीकांत का व्यक्तिगत जीवन भी बहुत ही सरल और सौम्य है। वे अपनी पत्नी, लता रजनीकांत और उनकी दो बेटियों के साथ रहते हैं। उन्होंने हमेशा अपने निजी जीवन को सादगी से जीने की कोशिश की है।

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