क्रिकेट में राजनीतिः: मंत्री ओटाराम देवासी के बेटे विक्रम बने डीसीए अध्यक्ष

मंत्री ओटाराम देवासी के बेटे विक्रम बने डीसीए अध्यक्ष
Otaram Dewasi and his son vikram dewasi is laughing
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Highlights

-जिला क्रिकेट संघ अध्यक्ष के लिए दूसरे व्यक्ति के फार्म वापस लेने से रास्ता हुआ साफ
-महेंद्र सिंह उमठ का आवेदन खारिज करने से राजेश माथुर भी निर्विरोध सचिव बने

 सिरोही | अब खेलों में भी राजनीति हावी हो चुकी है। इसका ताजा उदाहरण जिला क्रिकेट संघ के चुनाव में साफ नजर आ रहा है। स्थानीय विधायक व राज्य मंत्री ओटाराम देवासी के बेटे विक्रम कुमार को सिरोही जिला क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाने के लिए उनके सामने चुनाव लडने वाले ने एकमात्र उम्मीदवार ने एनवक्त पर अपना नामांकन वापस खींच लिया। जिससे विक्रम कुमार निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए।

यहीं, नहीं सचिव पद के लिए चुनाव लडने वाले राजेश माथुर के सामने चुनाव लडने वाले ने उम्मीदवार का नामांकन चुनाव अधिकारी की ओर से खारिज किए जाने पर माथुर भी निर्विरोध सचिव चुने गए। अध्यक्ष व सचिव का चुनाव निर्विरोध होने के बाद अब वरिष्ठ उपाध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए रविवार को चुनाव कराए जाएंगे।

राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद के लिए वोटिंग का अधिकार रखने वाले जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष व सचिव दोनों का ही निर्विरोध निर्वाचन होने के पीछे राजनीतिक दबाव के आरोप लग रहे हंै।

सचिव पद पर चुनाव लडने वाले महेंद्र सिंह उमठ ने उनका आवेदन खारिज किए जाने पर कडी आपत्ति जताई है। चुनाव अधिकारी नरेंद्र सिंह सिंदल ने महेंद्र सिंह उमठ का आवेदन एक ही व्यक्ति के दो पदों पर बने रहने की हैसियत से खारिज किया जाना बताया है, जबकि उमठ का आरोप है कि उन्होंने टेबल टेनिस संघ में सचिव पद से एक महीने पहले ही इस्तीफा दे दिया था और क्रिकेट संघ सचिव पद के नामांकन में ऐसा कोई उल्लेख नहीं था.

फिर भी चुनाव अधिकारी ने बिना पक्ष व दस्तावेज जांचे ही उनका नामांकन खारिज करके राजेश माथुर को सचिव बना दिया। उधर, अध्यक्ष पद के लिए राज्य मंत्री ओटाराम देवासी के बेटे विक्रम के सामने नामांकन दाखिल करने वाले मदन सिंह ने एन वक्त पर अपना नामांकन वापस खींच लिया, जो अब वरिष्ठ उपाध्यक्ष का चुनाव लड रहे हैं। 

मंत्री के बेटे की एंट्री के लिए पहले खेल क्लब में किया बदलाव

राज्य मंत्री के बेटे की खेल संघ में एंट्री के लिए पहले जिले के खेल क्लबों के फेरबदल किया गया। आबू क्लब में सचिव महेंद्र सिंह उमठ की जगह गोपाल माली, प्रिंस क्रिकेट क्लब में विरेंद्र मोदी की जगह नारायण रांगी, लक्ष्मी सीमेंट जेके क्लब में संदीप मोदी की जगह राजेश मोदी, सरूपगंज क्रिकेट क्लब में ईश्वर सिंह की जगह अनिल शर्मा, जूनियर क्रिकेट एकेडमी में विवेक कोठारी की जगह राजेंद्र कुमार सोलंकी और रेवदर क्रिकेट क्लब में मो. असलम की जगह विक्रम कुमार को जगह दी गई। विक्रम कुमार की एंट्री से जिले के क्लबों के पदाधिकारियों व क्रिकेट से जुडे लोगों में चर्चा आम है। 

खेल नियमों के तहत नामांकन किया खारिजः चुनाव अधिकारी

खेल नियमों के तहत एक ही व्यक्ति के दो पदों पर बने रहने के कारण महेंद्र सिंह उमठ का आवेदन सचिव पद से खारिज किया गया है। यदि उन्होंने एक पद से इस्तीफा दिया था तो उसका दस्तावेज नामांकन के साथ लगाना था। अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष पद पर एक-एक फार्म ही आने इन पदों के लिए मतदान नहीं होंगे, जबकि वरिष्ठ उपाध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव होंगे।

-नरेंद्र सिंह सिंदल, चुनाव अधिकारी, जिला क्रिकेट संघ सिरोही

चुनाव अधिकारी न दस्तावेज मांगा न नोटिस दियाः उमठ
मैंने टेबल टेनिस संघ के सचिव पद से 11 नवंबर को ही अध्यक्ष को इस्तिफा दे दिया था, जो 12 नवंबर को स्वीकृत भी हो गया था। चुनाव अधिकारी ने स्क्रूटनी में इसको लेकर मुझसे न तो कोई दस्तावेज मांगा और न ही नोटिस दिया। बगैर मुझे बताए फार्म रिजेक्टर करना गलत है। फार्म रिजेक्ट होने की जानकारी तक मुझे नहीं दी गई। 
-महेंद्र सिंह उमठ, सचिव पद का उम्मीदवार

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