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जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे कैलाश भंसाली (Kailash Bhansali) का निधन हो गया है। भंसाली ने देर रात जोधपुर के अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो 81 साल के थे और काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
जोधपुर | राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 से पहले राजनीतिक जगत को एक और दुखद झटका लगा है।
जोधपुर शहर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रहे कैलाश भंसाली (Kailash Bhansali) का निधन हो गया है।
भंसाली ने देर रात जोधपुर के अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो 81 साल के थे और काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
पूर्व विधायक भंसाली के निधन से जोधपुर शहर में शोक की लहर दौड़ गई है।
कैलाश भंसाली जीवनपर्यन्त सामाजिक सेवा में लीन रहे। ऐसे में सम्पूर्ण मारवाड़ के साथ-साथ जोधपुर के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
बता दें कि कैलाश भंसाली साल 2008 और 2013 में लगातार दो बार भाजपा के टिकट पर जोधपुर शहर विधानसभा से विधायक रहे थे।
आज शाम को होगा अंतिम संस्कार
भंसाली के निधन की खबर मिलते ही उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा नेता उनके घर पहुंच रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक कैलाश भंसाली का आज शाम 4.30 बजे सिवांची गेट स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
भाजपा ने दिया है भतीजे अतुल भंसाली को टिकट
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने इस बार विधानसभा चुनाव के लिए उनके भतीजे अतुल भंसाली को जोधपुर शहर से अपना प्रत्याशी बनाया है।
आपको बता दें कि इससे पहले श्रीगंगानगर के करणपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गुरमीत सिंह कुन्नर का भी निधन हो गया था। जिसके बाद इस सीट पर विधानसभा चुनाव रद्द कर दिया गया है।
ऐसा रहा भंसाली का राजनीतिक सफर
भाजपा के वयोवृद्ध नेता कैलाश चंद भंसाली ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कॉलेज के दिनों में ही कर दी थी।
वे 1958 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सक्रिय सदस्य बने और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य रहे।
इसके बाद साल 1961 में एसएमके कॉलेज जोधपुर के छात्र संघ के सचिव चुने गए। इसके बाद 1964 में वे जोधपुर विश्वविद्यालय के छात्र संघ के महासचिव बने। इसके साथ ही साल 1977-78 तक वे जनता पार्टी जोधपुर के जिला सचिव भी रहे।
साल 2005 में उन्होंने राजस्थान भाजपा की राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई।
इसके बाद साल 2008 में भंसाली ने पहली बार जोधपुर शहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और कांग्रेस के जुगल काबरा को हराया।
इसके बाद साल 2013 में भाजपा ने एक बार फिर से भंसाली को ही टिकट दिया। जिसमें भंसाली ने कांग्रेस के सुपारस भंडारी को मात देकर लगातार दूसरी बार विधायकी संभाली।
राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित
राजस्थान में प्राकृतिक आपदा के दौरान उनके योगदान के लिए तात्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने 1992 में कैलाश भंसाली को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था।