जालोर के लाल का कमाल: जालोर के राघवेंद्र सिंह चौहान ने नेशनल राइफल शूटिंग चैंपियनशिप के लिए किया क्वालीफाई

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Highlights

  • भोपाल में आयोजित 68वीं नेशनल राइफल शूटिंग चैंपियनशिप में किया शानदार प्रदर्शन।
  • 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में 606 अंक प्राप्त कर हासिल किया क्वालीफाई स्कोर।
  • पिछले एक साल से जयपुर में रहकर ले रहे हैं निशानेबाजी की कड़ी ट्रेनिंग।
  • पिता जालोर के हरजी गांव में सरकारी स्कूल में शिक्षक के पद पर हैं कार्यरत।

जालोर | राजस्थान के जालोर जिले के एक होनहार युवा ने खेल जगत में जिले का मान बढ़ाया है। कानीवाड़ा निवासी निशानेबाज राघवेंद्र सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित 68वीं नेशनल राइफल शूटिंग चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में 606 अंक प्राप्त कर क्वालीफाई स्कोर हासिल किया है। इस बड़ी प्रतियोगिता में देशभर से आए लगभग 3000 शीर्ष निशानेबाजों ने हिस्सा लिया था जिनके बीच राघवेंद्र ने अपनी जगह सुरक्षित की है।

कठिन परिश्रम और जयपुर में ट्रेनिंग

राघवेंद्र सिंह चौहान वर्तमान में जयपुर में रहकर अपनी पढ़ाई और खेल दोनों को समय दे रहे हैं। वे बीए फाइनल ईयर के छात्र हैं और पिछले करीब एक साल से जयपुर में रहकर ही राइफल शूटिंग की प्रोफेशनल ट्रेनिंग ले रहे हैं। सीमित संसाधनों और बेहद कठिन प्रतिस्पर्धा होने के बावजूद राघवेंद्र ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने निरंतर अभ्यास और कड़े अनुशासन के बल पर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा को साबित कर दिखाया है। उनकी इस सफलता ने साबित कर दिया है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता।

परिवार और शिक्षकों का मिला सहयोग

राघवेंद्र के पिता जालोर जिले के हरजी गांव में एक सरकारी स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। एक साधारण परिवार से आने वाले राघवेंद्र की इस बड़ी उपलब्धि पर उनके परिजनों और क्षेत्र के लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। उनके प्रशिक्षकों और शिक्षकों ने भी इस सफलता पर हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है। खेल प्रेमियों का मानना है कि राघवेंद्र आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश का नाम रोशन करेंगे।

भविष्य के लिए बड़े लक्ष्य

अपनी इस शानदार सफलता का श्रेय राघवेंद्र ने अपने माता-पिता और गुरुओं को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके प्रशिक्षकों और शुभचिंतकों के मार्गदर्शन के बिना यह मुकाम हासिल करना संभव नहीं था। राघवेंद्र का लक्ष्य अब राष्ट्रीय चैंपियनशिप के मुख्य चरणों में बेहतर प्रदर्शन करना है। वे आने वाले समय में और अधिक मेहनत कर अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सपना देख रहे हैं। उनकी इस उपलब्धि से जालोर के अन्य युवाओं को भी खेलों की ओर बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी। जालोर जिले में इस सफलता के बाद खुशी का माहौल है और सभी राघवेंद्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।

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