Highlights
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निर्देशन: किरण राव एक प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक हैं। उन्होंने "धोबी घाट" फिल्म का निर्देशन किया है, जो उनकी पहली फिल्म थी और इसने कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में सराहना प्राप्त की।
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सामाजिक सक्रियता: किरण राव महिला सशक्तिकरण और सामाजिक मुद्दों पर बहुत सक्रिय रही हैं। उन्होंने 'मार्दानी' जैसी फिल्मों के जरिए महिलाओं के विषयों को उठाया है और समाज में जागरूकता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
Bollywood | किरण राव भारतीय सिनेमा की एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने अपनी बेमिसाल सोच और गहरी समझ से फिल्म जगत में एक खास पहचान बनाई है। फिल्म निर्माता, निर्देशक और स्क्रीनराइटर होने के साथ-साथ वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। उनकी फिल्में और काम करने का अंदाज हमेशा कुछ नया कहता है, जो उन्हें बाकी निर्देशकों से अलग बनाता है।
किरण राव का जन्म 7 नवंबर 1973 को बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ था। हालांकि, उनका ज्यादातर बचपन कोलकाता में बीता। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई कोलकाता के लॉरेटो हाउस से की और बाद में मुंबई के सोफिया कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद वह दिल्ली के प्रतिष्ठित जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से फिल्म और टेलीविजन प्रोडक्शन में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के लिए गईं।
किरण राव ने फिल्मी करियर की शुरुआत बतौर सहायक निर्देशक की, और उन्होंने आमिर खान की प्रसिद्ध फिल्म लगान (2001) में सहायक निर्देशक के रूप में काम किया। इस फिल्म में उनकी मुलाकात आमिर खान से हुई और दोनों में गहरी दोस्ती हो गई। इसके बाद किरन ने स्वदेस (2004) जैसी फिल्मों में भी सहायक निर्देशक के रूप में काम किया, जिससे उन्हें फिल्म निर्माण और निर्देशन का बहुमूल्य अनुभव मिला।
2010 में किरन राव ने अपने निर्देशन की शुरुआत की फिल्म धोबी घाट से। इस फिल्म ने भारतीय शहरी जीवन की उलझनों और विभिन्न वर्गों के बीच की खाई को एक नए दृष्टिकोण से प्रस्तुत किया। फिल्म को दर्शकों और आलोचकों से खूब सराहना मिली। धोबी घाट का निर्देशन और किरदारों की प्रस्तुति किरन राव की गहरी समझ और समाज पर उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस फिल्म में उन्होंने मुंबई शहर को एक किरदार के रूप में उभारा और आमिर खान को मुख्य भूमिका में प्रस्तुत किया।
किरण राव ने न केवल फिल्मों का निर्देशन किया है बल्कि निर्माता के रूप में भी कई परियोजनाओं में अपना योगदान दिया है। सीक्रेट सुपरस्टार (2017) जैसी फिल्में इसके उदाहरण हैं। वह एक ऐसी निर्माता हैं जो सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों को बढ़ावा देने में विश्वास रखती हैं, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर करें। किरन हमेशा से ऐसे विषयों को फिल्मों के जरिए सामने लाना चाहती थीं, जो आम लोगों की जिंदगी से जुड़े हों और समाज में बदलाव ला सकें।
किरण राव सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं हैं; वह सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। उन्होंने आमिर खान के साथ मिलकर 2016 में पानी फाउंडेशन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में जल संरक्षण के लिए काम करना है। इस फाउंडेशन के माध्यम से किरन और आमिर ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पानी की समस्या को हल करने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। वॉटर कप जैसी प्रतियोगिता का आयोजन कर, उन्होंने कई गांवों को पानी बचाने और पानी की समस्या से लड़ने के लिए प्रेरित किया है।
किरण राव का निजी जीवन भी काफी चर्चा में रहा है। आमिर खान से उनकी शादी 2005 में हुई थी, और दोनों का एक बेटा, आज़ाद राव खान, भी है। हालांकि, 2021 में आमिर खान और किरन राव ने आपसी सहमति से तलाक की घोषणा की, लेकिन दोनों ने स्पष्ट किया कि वे भविष्य में भी एक-दूसरे के साथ काम करते रहेंगे और अपने बेटे के सह-अभिभावक बने रहेंगे।
किरण राव भारतीय सिनेमा में अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाली महिला हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और काबिलियत से एक प्रेरणादायक यात्रा तय की है। उनकी फिल्में समाज के जटिल मुद्दों को सरलता से दर्शाती हैं और दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती हैं। वह एक ऐसी फिल्म निर्माता हैं जो दर्शकों को सशक्त और विचारशील कंटेंट देने में विश्वास रखती हैं।
किरण राव का योगदान न केवल भारतीय सिनेमा में बल्कि समाज में भी महत्वपूर्ण है। उनकी फिल्में, उनकी सामाजिक पहल और समाज के प्रति उनकी जागरूकता उन्हें एक बहुमुखी और प्रभावशाली शख्सियत बनाती हैं। किरन राव आने वाले समय में और भी कई फिल्मों और परियोजनाओं के माध्यम से अपनी कला और समाजसेवा के लिए प्रेरणा देती रहेंगी।